- बोले सामाजिक सौहार्द और धर्मनिरपेक्षता पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
प्रयागराज। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने हाल ही में आस्था के महाकुंभ के दौरान मुसलमानों पर प्रतिबंध की मांग को अनुचित बताया। उनका कहना था कि धार्मिक आयोजनों में ऐसे प्रतिबंधों की मांग करना सही नहीं है, क्योंकि इससे सामाजिक सौहार्द और धर्मनिरपेक्षता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने अपने बयान में धार्मिक समरसता और शांति पर जोर दिया, जो भारतीय संस्कृति और परंपरा की नींव है।
उनके इस बयान को लेकर कई प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कुछ लोग उनके विचारों का समर्थन कर रहे हैं, जबकि अन्य इसे धर्म और राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं। यह बयान समाज में चल रहे धार्मिक और सांप्रदायिक मुद्दों पर चर्चा को और गहराई दे सकता है।