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अलीगढ़ की चिकोरी: आत्मनिर्भर भारत की ओर एक सशक्त कदम

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अलीगढ़, उत्तर प्रदेश

 अलीगढ़ जिले में तेजी से उभरती चिकोरी की खेती अब मात्र एक कृषि विकल्प नहीं, अपितु  आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक प्रेरणादायी मॉडल बन चुकी है। करीब 8000 किसान आज इस खेती से न मात्र आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं, अपितु  स्थानीय स्तर पर रोजगार, निर्यात क्षमता और कृषि नवाचार को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। धरती के भीतर उगने वाली यह फसल नीलघोड़ा, बंदर जैसे जानवरों से सुरक्षित रहती है, जिससे किसानों को स्थिर और भरोसेमंद आमदनी मिलती है। फ्रांस व इटली से बीज, अनुबंध खेती की गारंटी और 18 प्रोसेसिंग यूनिट्स के माध्यम से इस क्षेत्र ने पिछले 10 वर्षों में जबरदस्त विकास किया है। कोका के विकल्प के रूप में अमेरिका समेत 10 से भी अधिक देशों में इसका निर्यात और हाल ही में प्राप्त FSSC 22000 अंतरराष्ट्रीय प्रमाणन, इस बात का प्रमाण है कि भारत की स्थानीय उपज अब वैश्विक बाजार में पहचान बना रही है। चिकोरी की यह सफल कहानी न मात्र किसानों की आय बढ़ाने और स्थानीय उत्पादों को वैश्विक मंच देने का उदाहरण है, अपितु यह आत्मनिर्भर भारत की उस संकल्पना को भी जीवंत करती है, जिसमें 'एक जिला-एक उत्पाद' के माध्यम से स्थानीयता को वैश्विकता से जोड़ा जा रहा है।