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अलीगढ़ अब शोभाकार पौधों के लिए उत्तराखण्ड पर निर्भर नहीं, खुद बनेगा ग्रीन हब!

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 अलीगढ़, उत्तर प्रदेश

एलिस्टोनिया, टेकोमा, चकरेसिया, गुलमोहर ये सभी पौधे जिन्हें अब तक देहरादून से मंगाया जाता था। उनकी पूरी लागत और समय अब कम हो जाएगा। जी हाँ इसके लिए अलीगढ़ के छेरत में वन विभाग ने अत्याधुनिक नर्सरी विकसित की है। इसी नर्सरी में तैयार हो रहे हैं विशेष विधि से इन पौधों के बीज। पहले देहरादून से बीज मंगाने और उन्हें विकसित करने में लागत बढ़ जाती थी। लेकिन नई टेक्नोलॉजी ने नर्सरी की क्षमता कई गुना बढ़ा दी है। 20 लाख रुपये की लागत से तैयार अलीगढ़ की इस नर्सरी से अब घरों की बालकनी, होटल, लॉज और शहर की हर हरियाली वाली जगह को मिलेंगे स्थानीय, सस्ते और बेहतरीन शोभाकार पौधे। वन अधिकारी के अनुसार- अभी बाजार से शोभाकार पौधों को खरीदने पर एक पौधे के बीज के लिए 100 से 150 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। लेकिन कुछ ही समय में अलीगढ़ में तैयार बीज 25 रुपये ही उपलब्ध हो सकेगा। जिससे ग्रामीण युवाओं और किसानों के लिए भी रोजगार की राहें खुलेंगी।स्थानीय उत्पादन, कम लागत और अधिक हरियाली—अलीगढ़ बना रहा है नया ग्रीन मॉडल।