हमारे समाज में आज भी महिलाओं को पुरुषों की बराबरी करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां तक की उन्हें घर से निकलने के लिए भी बड़े बुजुर्गों से इजाजत लेनी पड़ती हैं। इन विषम परिस्थितियों के बावजूद इनको जहां भी मौका मिलता है वह दुनियां को दिखा देती हैं कि महिलाएं क्या कर सकती हैं।
ऐसी ही कहानी है यूपी के अमेठी की रहने वाली गरिमा तिवारी की जिन्होंने पाँच वर्ष पहले मां लक्ष्मीसमूह से जुड़कर छोटे से आरओ प्लांट की शुरुआत की। जब इन्होंने प्लांट की शुरुआत की तो लोगों ने इनका बहुत मजाक बनाया। स्थानीय लोग यह कहकर उनको शर्मिंदा करते थे कि अमेठी जैसे छोटे जिले में जहां पानी की कोई समस्या नहीं है वहां पानी कौन खरीदेगा और खरीदेगा नहीं तो फिर लाभ कैसे होगा। लेकिन इन्होंने ग्रामीणों की सोच बदल दी। आज गरिमा तिवारी के पास एक नहीं दर्जनों पानी के प्लांट है जिनसे ये हर महीने लाखों रुपये की कमाई करती हैं साथ ही अपने साथ कई अन्य बेरोजगार महिलाओं और पुरुषों को रोजगार देकर उन्हें आत्मनिर्भर भी बना रही हैं।
गरीमा बताती हैं कि जो लोग पहले उनका मजाक बनाते थे आज वही लोग उनकी प्रशंसा करते नहीं थकते हैं। वे कम कीमत में शुद्ध पानी प्रतिदिन हजारों लोगों तक पहुंचाती हैं। उनके पानी की मांग न केवल जनपद के सरकारी गैर सरकारी कार्यालय बल्कि आमजनमानस तक है। गरीमा ने साबित कर दिया है कि कोई भी काम ऐसा नहीं है जिन्हें महिलाएं नहीं कर सकती हैं। बस आवश्यकता है उनपर भरोसा करने की। कोई भी काम पूरी ईमानदारी और निष्ठा से किया जाय तो सफलता अवश्य मिलती है।
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अमेठी : इस महिला ने जब शुरू किया यह काम तो लोगों ने उड़ाया मजाक, आज सफल होकर सैकड़ों को दे रही रोजगार
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