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अंतरिक्ष में होने वाली रोचक घटनाओं की जानकारी देगा खगोल विज्ञान प्रयोगशाला

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- बरेली जिले में प्राथमिक विद्यालयों के बच्चे खगोल विज्ञान के बारे में जान और समझ सकेंगे। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने प्राथमिक स्कूल की शिक्षा में अभिनव प्रयोग खगोल विज्ञान प्रयोगशाला के रूप में किया है

- जिलाधिकारी ने कहा कि प्रयोगशाला के विभिन्न उपकरणों के माध्यम से अब विद्यार्थी स्वयं ब्रह्मांड की गहराइयों में झांकेंगे। भौतिक, रसायन एवं जीव विज्ञान से संबंधित विभिन्न यंत्र, उपकरण, मॉडल आदि के माध्यम से विज्ञान के तमाम पहलू को समझेंगे तो उनकी सोच का दायरा बढ़ेगा।

बरेली। ब्रह्मांड की संरचना को खगोल विज्ञान के अनुसार बच्चों को समझाने की पहल की गई है। इसके लिए बरेली के अमौर स्थित कंपोजिट स्कूल में शनिवार को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने खगोल विज्ञान प्रयोगशाला का लोकार्पण किया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि इस प्रयोगशाली के माध्यम से विद्य़ार्थियों को अंतरिक्ष में होने वाली सभी घटनाओं की जानकारी मिलेगी। बच्चे खगोल को समझ पाएंगे। इसके अलावा अंतरिक्ष में घटनाओं की रोचक जानकारियों मिलेगी। 

बरेली जिले में प्राथमिक विद्यालयों के बच्चे खगोल विज्ञान के बारे में जान और समझ सकेंगे। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने प्राथमिक स्कूल की शिक्षा में अभिनव प्रयोग खगोल विज्ञान प्रयोगशाला के रूप में किया है। फतेहगंज पश्चिमी के गांव आमौर स्थित कंपोजिट स्कूल में खगोल विज्ञान प्रयोगशाला स्थापित की गई है। फतेहगंज पश्चिमी ब्लॉक क्षेत्र की यह पहली खगोलीय लैब है, जिसका लोकार्पण शनिवार दोपहर करीब 12 बजे जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने एसएसपी अनुराग आर्य के साथ फीता काटकर किया। जिलाधिकारी ने बताया कि परिषदीय स्कूलों में विद्यार्थियों का विज्ञान के प्रति रुझान बढ़ाने के उद्देश्य से खगोल विज्ञान प्रयोगशाला का निर्माण करवाया गया है। इससे विद्यार्थियों को अंतरिक्ष में घटने वाली खगोलीय घटनाएं के अलावा जीवन से जुड़ी अन्य रोचक जानकारियां भी मिल सकेंगी।

जिलाधिकारी ने बच्चों के साथ लैब में विभिन्न यंत्रों एवं उपकरणों को देखा। कहा कि प्रयोगशाला के विभिन्न उपकरणों के माध्यम से अब विद्यार्थी स्वयं ब्रह्मांड की गहराइयों में झांकेंगे। भौतिक, रसायन एवं जीव विज्ञान से संबंधित विभिन्न यंत्र, उपकरण, मॉडल आदि के माध्यम से विज्ञान के तमाम पहलू को समझेंगे तो उनकी सोच का दायरा बढ़ेगा। इससे उन्हें जीवन में आगे जाकर इन क्षेत्रों में काम करने, नवाचार और आविष्कार करने में सहायता मिलेगी।

जिलाधिकारी ने खगोल प्रयोगशाला में मौजूद हर उपकरण के बारे में बारीकी से जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि इस स्कूल के अलावा आसपास के स्कूलों के बच्चों को भी प्रयोगशाला दिखाई जाए ताकि वे भी ज्ञान अर्जित कर सकें। शिक्षक अपनी देखरेख में बच्चों को प्रयोगशाला में मौजूद उपकरणों की जानकारी दें। 

जिलाधिकारी ने कहा कि इसी प्रकार की खगोल विज्ञान प्रयोगशाला जिले के अन्य विकास खंडों में भी बनाई जा रही है। विज्ञान एवं गणित के शिक्षकों को इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे वह भी बच्चों को प्रयोगशाला को दिखा सकें। 

एसएसपी ने इस अभिनव प्रयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह प्रयोगशाला केवल बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि बड़ों के लिए भी बहुत उपयोगी है। कार्यक्रम के बाद जिलाधिकारी ने अशोक का पौधा भी विद्यालय परिसर में रोपा।