
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पतराय ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा में सम्पूर्ण देश से लोगों को आमंत्रित किया गया था, किन्तु ध्वजारोहण में पूर्वी उत्तर प्रदेश को वरीयता दी गई है। तब से अब तक मन्दिर परिसर में ढेर सारा निर्माण हुआ है, इसलिए बैठने का स्थान कम हो गया है। उसी कारण आमंत्रितों की संख्या सीमित रखी गई है। ध्वजारोहण के दिन प्रातः आठ बजे प्रवेश प्रारम्भ होकर नौ बजे बंद हो जाएगा। प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, राज्यपाल और मुख्यमंत्री अतिविशिष्ट अतिथि होंगे। दोपहर दो बजे तक कार्यक्रम पूर्ण कर लिया जाएगा, इसके बाद आमंत्रित अतिथिगणों को पंक्तिबद्ध दर्शन कराया जाएगा। जिसमें तीन घण्टे तक लग सकते हैं। ध्वज का आकार त्रिकोणीय है और इसे 190 फीट की ऊंचाई पर चढ़ाया जाना है। प्रधानमंत्री और सरसंघचालक जी इसका आरोहण करेंगे। तैयारियों को देखते हुए पूर्व संध्या पर कितने समय तक दर्शन चलेगा, यह अभी तय होना है। ध्वजारोहण के दिन प्रतिदिन की भांति दर्शन नहीं हो सकेगा।



