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सीएम धामी ने की 'योग नीति' की घोषणा,वही योग बना स्वरोजगार का माध्यम

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उत्तराखण्ड

आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है। चाहे अमेरिका हो, यूरोप हो या  मुस्लिम देश – हर जगह लोग योग की अहमियत को समझ रहे हैं। सब जानते हैं कि योग भारत की देन है। लेकिन इस अमूल्य विरासत का केंद्र हिमालय पर बसा भारत का उत्तराखंड है। यह वह जगह है जहां ऋषि-मुनियों ने योग की शुरुआत की थी। ऋषिकेश, हरिद्वार, बद्रीनाथ जैसे स्थानों से योग पूरे विश्व में फैला है।

उत्तराखंड की योग नीति – 2025

इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर राज्य की पहली योग नीति – 2025 की घोषणा की। यह नीति बनाने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री ने गैरसैंण में कहा कि सरकार योग को बढ़ावा देकर राज्य को एक वैश्विक स्वास्थ्य केंद्र बनाना चाहती है। उन्होंने कहा, 'योग हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है तथा मानव जीवन को आंतरिक शांति, मानसिक संतुलन और आध्यात्मिक स्थिरता प्रदान करता है। योग तनाव को कम करने में मदद करता है। विभिन्न योग आसनों और प्राणायाम से शरीर और मन को तनाव से मुक्त किया जा सकता है। मन की एकाग्रता बढ़ाने के अलावा योग जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भी प्रवाहित करता है।'

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योग से बदला जीवन

योग सिर्फ बेहतर स्वास्थ्य बनाए रखने तक ही सीमित नहीं, बल्कि बुरी-बुरी से आदतों को भी भगाने में सहायक सिद्ध हो रहा है बता दें चमोली जिले के चेपड़ों गांव के दर्शन सिंह शाह की कहानी इसका एक अच्छा उदाहरण है। बताते चलें की कुछ वर्ष पहले दर्शन सिंह नशे के शिकार हो गए थे। उनका परिवार परेशान रहता था। लेकिन जब उन्होंने बाबा रामदेव के प्रवचन सुने और योग शुरू किया, तो उनका जीवन सम्पूर्ण रुप से बदल गया।

International Day of Yoga 2025 Darshan Singh from chamoli get rid of drug addiction through yoga

उन्होंने कपालभाति, भस्त्रिका, भ्रामरी जैसे योग करना शुरू किया और मात्र दो साल में पूरी तरह नशे से छुटकारा पा लिया। अब वह गांव के दूसरे लोगों को भी योग सिखाते हैं। उन्होंने पांच और लोगों को नशे की लत से बाहर निकाला। योग अब उनका स्वरोजगार भी बन गया है। वे लोगों को योग सिखाकर न केवल कमाई कर रहे हैं, बल्कि समाज की भी सेवा कर रहे हैं।

योग आज पूरे विश्व में फैल चुका है, लेकिन इसकी जड़ें उत्तराखंड में हैं। भारत ने विश्व को योग दिया, और भारत को योग उत्तराखंड ने दिया। उत्तराखंड सरकार की नई योग नीति इस दिशा में एक बड़ा कदम है। यह राज्य न केवल योग की जन्मभूमि है, बल्कि अब यह लोगों को स्वरोजगार से भी जोड़ रहा है।