गोरखपुर
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया। यह 91 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे गोरखपुर के जैतपुर से शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर तक जाएगा और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। इस एक्सप्रेसवे से गोरखपुर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर और संत कबीर नगर को सीधी और तेज़ रफ्तार वाली कनेक्टिविटी मिलेगी।
उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार लगातार विकास के नए कीर्तिमान रच रही है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। इसी कड़ी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया। यह 91 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे गोरखपुर के जैतपुर से शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर तक जाएगा और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। इस एक्सप्रेसवे से गोरखपुर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर और संत कबीर नगर को सीधी और तेज़ रफ्तार वाली कनेक्टिविटी मिलेगी।
वहीं जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले आजमगढ़ का नाम सुनते ही लोग डरते थे, लेकिन अब यह साहस, कला और संस्कृति का केंद्र बन रहा है। मुबारकपुर की साड़ी और आजमगढ़ की ब्लैक पॉटरी अब देश-विदेश में अपनी खास पहचान बना रही हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि जल्द ही एक्सप्रेसवे के किनारे सेमी हाईस्पीड ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाएगा, जिससे यात्रा और सुविधाजनक होगी।
बताते चले की पूर्वांचल, बुंदेलखंड, गंगा एक्सप्रेसवे सहित कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की तरह अब उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्से भी तेज़ और सुरक्षित यात्रा से जुड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून-व्यवस्था पर सरकार सख्त है। बेटी हो या व्यापारी, सबकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। जो इस व्यवस्था में सेंध लगाएगा, उसके लिए यमलोक का टिकट तैयार है। आगे उन्होंने यह भी कहा कि पहले की सरकारें एक्सप्रेसवे के नाम पर केवल शिलान्यास करती थीं, जमीन तक नहीं खरीदती थीं। हमने न केवल निर्माण कराया, बल्कि लागत भी कम की और गुणवत्ता भी बेहतर रखी।
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में यह स्पष्ट
कर दिया की यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और डबल इंजन सरकार
के प्रयासों का परिणाम है, जो उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य से एक्सप्रेसवे प्रदेश के रूप में स्थापित
कर रहा है।