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‘अक्षय’ नहीं, फैजान था वो... और हर बार की तरह शिकार थी एक हिन्दू बेटी

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गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश

-‘अक्षय’ निकला फैजान – हिंदू बेटियों के खिलाफ मजहबी षड्यंत्र जारी है

- कब तक नाम बदलकर हिन्दू बेटियों को फँसाते रहेंगे

गाजियाबाद की एक हिन्दू युवती को फेसबुक पर ‘अक्षय’ नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट मिलती है। वह रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करती है धीरे-धीरे बात करती है और उस लड़के पर उसका भरोसा बनने लगता है और फिर यही से शुरू होता है एक सुनियोजित महजबी षड्यंत्र का सिलसिला। वह अपने षड्यंत्र के तहत उसे बहलना -फुसलाना शुरू करता है उसको प्यार के जाल में फंसा कर उसकी की निजी तस्वीरें और वीडियो मंगवाता है। इस मजहबी षड्यंत्र को पूरा रूप देने के कुछ महीनों बाद सामने आता है युवक का असली नाम तो फैजान है। फैजान भी अन्य शिकारियों की तरह हिन्दू लड़की को ब्लैकमेल करना शुरू करता है। फैजान उसकी निजी तस्वीरें और वीडियो का इस्तेमाल करके उसे डराता है। जब युवती ने थाने में मुकदमा दर्ज करा विरोध किया, तो धमकियाँ मिलने लगीं – मुकदमा वापस लो वरना बर्बाद कर दूँगा। यह कोई अकेली घटना नहीं है। देशभर में बार-बार एक ही तरह और पैटर्न की घटनाएं सामने आ रही हैं – नाम बदलकर, मजहब छिपाकर, हिंदू लड़कियों को फँसाना और फिर उन्हें ब्लैकमेल कर चरित्र हनन करने का षड्यंत्र। ये केवल व्यक्तिगत अपराध नहीं हैं ये सुनियोजित मजहबी षड्यंत्र हैं। क्या अब भी इसे सिर्फ ‘लव स्टोरी’ कहकर अनदेखा किया जाएगा? समाज को समझना होगा - यह हमला सिर्फ हिन्दू लड़कियों पर नहीं, पूरे सनातन समाज पर है। यह हमारी बहनों-बेटियों की अस्मिता, संस्कृति और जीवन मूल्यों को कुचलने का षड्यंत्र है। बार-बार एक ही मजहब के लोग नाम बदलकर ऐसी घटनाओं में क्यों पकड़े जाते हैं? यह एक गंभीर सवाल है और इसका उत्तर अब चुप्पी नहीं, समाज को जागरूक होकर देना होगा । ऐसे अपराधों को ‘लव जिहाद’ नहीं, मजहबी आतंक का रूप दिया जाए। हमारी बेटियाँ कोई प्रयोगशाला नहीं हैं, जहाँ झूठे नाम और फरेब से उनका जीवन बर्बाद किया जाए।