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चारधाम यात्रा देगी मां गंगा की स्वच्छता का संदेश

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उत्तराखण्ड

उत्तराखण्ड सरकार द्वारा  ग्रीन थीम पर सफल राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के बाद अब माँ गंगा की सफाई और उसके संरक्षण पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। यह नमामि गंगे जैसे कार्यक्रमों और स्वच्छ गंगा मिशन के माध्यम से किया जा रहा है, जिनका उद्देश्य माँ गंगा को प्रदूषण से बचाना और उसकी जैविक विविधता का संरक्षण करना है। इसी उद्देश्य से सरकार ने बार चारधाम यात्रा का शुभारम्भ करने का विचार किया है. 30 अप्रैल शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के दौरान धामों के साथ- साथ यात्रा मार्गों को सिंगल प्लास्टिक से मुक्त करने व कचरा प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जायेगा

टीमें देंगी स्वच्छता का संदेश 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हरित चारधाम यात्रा इस बार राष्ट्रीय सनातन में पूज्य माँ गंगा की स्वच्छता का संदेश भी देगी। इसके लिए चारधाम परिक्षेत्र और यात्रा मार्गों पर 55 टीमें तैनात की जाएंगी, जो धामों में दर्शन को आने वाले तीर्थयात्रियों को गंगा स्वच्छता के लिए जागरूक करेंगी, साथ ही माँ गंगा व उसकी सहायक नदियों में गंदगी और कचरा न जाए, इसकी निगरानी भी करेंगी। यात्रा मार्गो पर लगे 30 नगर निकायों में सिंगल यूज प्लास्टिक पहले से ही प्रतिबंधित है, तो बड़ी संख्या में पर्यावरण मित्रों की तैनाती जैसे कई कदम उठाए जा रहे हैं. 

इस पर बात करते हुए सरकार के प्रवक्ता और शहरी विकास मंत्री ने चारों रथ को हरि झंडी दिखाकर रवाना किया है। चारों रथ एक एक धाम को रवाना होंगे और श्रद्धालुओं के अलावा स्थानीय लोगों को माँ गंगा स्वच्छता के प्रति जागरूक करेंगे। राज्य परियोजना प्रबंधक ग्रुप नमामि गंगे गंगा की स्वच्छता के लिए पिछले कई वर्षों से महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। जनसहभागिता को लेकर तरह तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे है। नमामि गंगे स्थानीय लोगों के अलावा श्रद्धालुओं को भी नमामि गंगे अभियान से जोड़ने का प्रयास कर रही है। जिससे यात्री गंगा की स्वच्छता का ध्यान रखे। इसमें राज्य सरकार भी नमामि गंगे के साथ खड़ी है। हरित चारधाम यात्रा इस बार सनातन में पूजनीय माँ गंगा की स्वच्छता का संदेश भी देगी।  

17 लाख का अबतक रजिस्ट्रेशन 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार खबर लिखे जाने तक चारधाम यात्रा के लिए 17 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं. यात्रियों का उत्साह से साफ है कि हर बार की तरह इस बार भी चारधाम यात्रा नए प्रतिमान गढ़ेगी. 

पर्यावरण के प्रति कारोबारियों को किया जा रहा प्रेरित 

चारधाम यात्रा मार्ग पर तीर्थयात्रियों को सिर्फ धार्मिक अनुभव ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिहाज से भी एक नई दिशा मिलेगी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर 'हरित चारधाम यात्रा' की थीम पर सभी विभाग सक्रिय हो गए हैं. इसी क्रम में खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने एक व्यापक अभियान की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य तीर्थयात्रियों को शुद्ध भोजन, स्वच्छ वातावरण और सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त तीर्थ क्षेत्र प्रदान करना है.

चारधाम यात्रा से श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश जाता है, यह यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह आत्मज्ञान और सामाजिक जागरूकता की यात्रा है. यात्रा के दौरान, लोगों को पर्यावरण के महत्व को समझने और उसके संरक्षण के लिए प्रयास करने का अवसर मिलता है. यात्रा में लोगों मां गंगा की स्वच्छता का स्वयं भी ध्यान रखना चाहिए, उन्हें अपने साथ कचरे के लिए अलग से बैग लेकर जाना चाहिए. ताकि वहां की साफ- सफाई में विशेषतौर पर सहयोग हो सके.