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मध्यभारत कार्यकर्ता विकास वर्ग-1 का हुआ समापन समारोह

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बिलासपुर,छत्तीसगढ़

बिलासपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मध्य क्षेत्र के कार्यकर्ता विकास वर्ग प्रथम (सामान्य) के समापन समारोह का आयोजन किया गया।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ लोकनाचा राष्ट्रीय रासधारी (रहस) के डॉ. उग्रसेन कन्नौजे जी ने कहा कि आज का यह प्रकट कार्यक्रम मेरे जीवन के लिए ऐतिहासिक है। मैंने अपने जीवन काल में बहुत बड़े-बड़े मंचन किये, परंतु आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आना मेरे लिए बड़ा सौभाग्य का विषय है।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह बौद्धिक शिक्षण प्रमुख दीपक विस्पुते जी ने कहा कि प्राचीन भारत श्रेष्ठ भारत रहा है। आक्रांताओं के हजार वर्ष के शासन के दौरान समाज में कुछ दोष एवं समाज में आत्महीनता, आत्म गौरव का अभाव हमारे सामाजिक पतन का कारण बना। कृणवन्तो विश्वमार्यम का संदेश देने वाला हिन्दू समाज अभाव एवं संकटों से ग्रस्त होकर नैराश्य (निराशा) के वातावरण में था। इसे दूर करने हेतु, समाज में देशभक्ति, अनुशासन एवं संगठन का भाव जागरण करने हेतु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गत् 100 वर्षों से समाज व राष्ट्र जागरण के प्रयास में साधनारत् है। समाज और देश का वैभव किसी एक संस्था संगठन से नहीं, अपितु जागरूक समाज के प्रयास से ही संभव है। अतः सारा समाज एक श्रेष्ठ भारत, दिग्विजयी भारत, समरस भारत, समृद्ध भारत, बनाने में अपना योगदान करे, आने वाले समय में 2047 का भारत दुनिया का नेतृत्व करता हुआ, भारत समस्त समाज के प्रयास से खड़ा होकर विश्वमंगल भारत की संकल्पना को साकार करता हुआ दिखेगा। समारोह में स्वयंसेवकों ने घोष, समता, आसन, नियुद्ध, पद विन्यास, दंड संचालन और राष्ट्रभक्ति गीत का सामूहिक प्रदर्शन किया।