राज्य सरकार के जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि शिक्षा, रोजगार और चिकित्सा के नाम पर गरीब आदिवासियों को गुमराह करके धर्मांतरण करवाया जा रहा है. धर्म परिवर्तन करने के बाद वह व्यक्ति आदिवासी नहीं रहता है, ऐसे में वह एसटी के आरक्षण सहित दूसरे लाभ का भी हकदार नहीं है. इसके लिए डी-लिस्टिंग के प्रयास किए जा रहे हैं. धर्मांतरण एक बहुत बड़ा चिंता का विषय है, लेकिन यह क्यों होता है, यह भी सोचना होगा.
बाबूलाल खराड़ी रविवार को डूंगरपुर जिले के दौरे पर रहे. उन्होंने जिला परिषद सभागार में बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन को लेकर अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने आदिवासी क्षेत्र में बच्चों को बेचने की घटना को लेकर कहा कि यह सब पूर्ववर्ती सरकार के समय की घटना है. इसे लेकर विधानसभा में प्रश्न उठाया था. बच्चों की खरीद-फरोख्त करने वाली गैंग सक्रिय है, जो माता-पिता को बरगला कर बच्चों को ले जाते हैं. अब वर्तमान सरकार ऐसा नहीं होने देगी. बच्चों की खरीद-फरोख्त करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.