यूपी में गाय अब बनेगी आमदनी का केंद्र
बरेली , उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश की गोशालाओं में मात्र गायों का संरक्षण ही नहीं होता अपितु अर्थ का साधन भी बन रही है। गाय का गोबर और गोमूत्र अब बेकार नहीं... इससे बहुमूल्य उत्पाद बनाए जा रहे हैं। इसी दिशा में राज्य सरकार का एक और प्रयास CBG (कंप्रेस्ड बायो गैस) प्लांट्स के रूप में सामने आया है... जहां गोबर और मूत्र से बायोगैस, जैविक खाद और पंचगव्य जैसे उत्पाद तैयार होंगे। यह योजना न मात्र गोवंश की रक्षा करेगी, बल्कि किसानों और गोशालाओं की आर्थिकी मजबूत करेगी। इसका एक उदहारण सहारनपुर की कान्हा उपवन गौशाला है ... जिसमें 50 से अधिक देसी उत्पाद जैसे इको-फ्रेंडली अगरबत्ती, खाद, ब्रिकेट्स और अन्य सामग्री तैयार हो रही है.... साथ में स्थानीय निवासियों को भी स्वालंबी बना रही है। पंचगव्य, जो आयुर्वेद का अमृत है, स्वास्थ्य और खेती दोनों में वरदान साबित हो रहा है। आज यूपी, पूरे देश में CBG प्लांट्स में नंबर वन है, और यह योजना गांवों को मात्र रोशनी नहीं, आजीविका और सम्मान भी दे रही है। यह गोशाला नहीं, आत्मनिर्भर भारत की प्रयोगशाला है — जहां परंपरा, पर्यावरण और प्रगति मिलकर एक नई मिसाल पेश कर रहे हैं ....।