राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने डुंगरपुर के बेणेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पूज्य महंत स्वामी अच्युतानंद जी महाराज के साथ भेंट व चर्चा की. उनको नागपुर पधारने का निमंत्रण दिया. सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने बेणेश्वर धाम स्थित श्री हरी मन्दिर में पूजन व दर्शन किया.
बेणेश्वर धाम से सीधे सरसंघचालक भेमई पहुंचे. जहां ग्रामवासियों व ग्राम विकास समिति ने उत्साह पूर्वक उनका पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ सैकड़ों महिलाओं ने कलश यात्रा निकालकर उनका स्वागत, अभिनन्दन किया. महिला समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में गौ-पूजन सरसंघचालक जी ने किया. इस अवसर पर संघ के अखिल भारतीय सह बौद्धिक प्रमुख स्वांतरंजन, राजस्थान क्षेत्र प्रचारक निंबाराम, चितौड़ प्रांत प्रचारक विजयानंद उपस्थित थे.
प्रदर्शनी उद्घाटन
प्रभात ग्राम मिलन में देशभर से आए सहभागियों के लिए राजस्थान के प्रभात ग्राम के कार्यों को दर्शाने वाली एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है. प्रदर्शनी का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य वी. भागय्या एवं ग्राम विकास गतिविधि के सह संयोजक गुरूराज ने भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं गोवत्स (बछड़े) का पूजन कर किया.
प्रदर्शनी में कोटा जिले के डूंगरज्या, बांरा के रूपपुरा, बांसवाडा के राखो, राजसमंद के पीपलांत्री में हुए उल्लेखनीय परिवर्तनों को चित्रों के माध्यम से बताया गया है.
स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के क्रम में समाज नायकों व सामाजिक कार्यकर्ताओं के चित्र एवं संक्षिप्त जीवन के बारे में जानकारी दी गयी है.
इसके अतिरिक्त ग्राम विकास, शिक्षा, सामाजिक चेतना, जीवन मूल्य, स्वरोजगार, जैविक खेती, जल संरक्षण, पशु-नस्ल सुधार आदि विषयों में कार्य करने वाले अनेक संगठन के कार्यों का चित्रण भी प्रदर्शनी में सम्मिलित है.