देवर्षि नारद जी को जिस प्रकार फिल्मों में दिखाया गया वह बहुत ही निराशाजनक रहा, एक हास्य,चुगलखोर के रूप में नारद जी की छवि को खराब किया गया है। नारद जी मन की गति से भ्रमण करते हुए सदा लोक कल्याण की नीति पर चलते रहे। यह विचार टीवी पैनलिस्ट व दिल्ली विवि के प्रो.डॉ. संगीत रागी ने प्रेस क्लब सभागार में आयोजित नारद जयंती समारोह में व्यक्त किए।
मुख्य अतिथि नैनीताल उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश लोकपाल सिंह ने कहा की नारद जी को जो नेगेटिव दिखाया गया उसका बड़ा रोल हमारी फिल्मों का है, फिल्मों ने हमारे धर्म को कलंकित करने का काम किया, नारद जी को बदनाम करने का काम किया।जितने भी हमारे देवऋषि हुए उन्होंने कभी अपनी किसी शक्ति का दुरुपयोग नहीं किया। उन्होंने अपनी शक्ति का उपयोग मानव कल्याण में किया। केरला स्टोरी फिल्म में जो दिखाया गया वो हमारे देश में घटित घटना को दर्शाता है, मजार तोड़ने के विषय पर उन्होंने कहा की सरकार देर आई पर दुरस्त आई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महामण्डलेश्वर स्वामी ललितानन्द गि