- श्रीकृष्ण विग्रह केस में 30 को अगली सुनवाई
- दावे के आधार पर याचिकाकर्ता ने ढाचे के सर्वेक्षण की मांग की
मथुरा। आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे भगवान श्रीकृष्ण के विग्रह दबे होने के मामले में सुनवाई हुई। मामले में यह दावा किया गया है कि आगरा की ईदगाह ढाचा की सीढ़ियों में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां दबी हो सकती हैं। इस दावे के आधार पर याचिकाकर्ता ने ढाचे के सर्वेक्षण की मांग की है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि वहां मूर्तियां हैं या नहीं।
कोर्ट में बहस जारी-
परिसर के सर्वेक्षण को लेकर बहस जारी है। याचिकाकर्ता पक्ष का तर्क है कि सर्वेक्षण होने से सच्चाई सामने आएगी और यह पता चलेगा कि ढाचे में कोई मूर्ति दबी है या नहीं। दूसरी ओर, प्रतिवादी पक्ष ने इस सर्वेक्षण का विरोध किया है, उनका कहना है कि यह धार्मिक भावनाओं को भड़काने और विवाद को बढ़ावा देने का प्रयास है।
सर्वेक्षण की मांग-
याचिका में कोर्ट से गुहार लगाई गई है कि ढाचे की सीढ़ियों और अन्य हिस्सों का सर्वेक्षण किया जाए, जैसे कि ज्ञानवापी मामले में किया गया था। इसके लिए पुरातत्व विभाग (ASI) से एक टीम गठित करने की मांग की गई है ताकि निष्पक्षता और वैज्ञानिक तरीके से सर्वेक्षण हो सके।
अगली सुनवाई 30 नवंबर को-
कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई की तारीख 30 नवंबर तय की है। इस दिन दोनों पक्षों की दलीलें सुनी जाएंगी और कोर्ट द्वारा सर्वेक्षण पर अंतिम निर्णय लेने की संभावना है।