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रिंग रेल सेवा में संगम, काशी के साथ चित्रकूट धाम के होंगे दर्शन

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- महाकुंभ 2025 के अवसर पर रेलवे दे रहा है विशेष सुविधा 

- रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त टिकट काउंटर, चिकित्सा सुविधाएँ और सुरक्षाकर्मी होंगे तैनात 

- वृद्ध और दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था भी जाएगी

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के अवसर पर रेलवे ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष रिंग रेल सेवा चलाने का निर्णय लिया है, जिससे श्रद्धालु संगम नगरी प्रयागराज के साथ-साथ चित्रकूट धाम और काशी के दर्शन भी कर सकेंगे। इस रिंग रेल सेवा का उद्देश्य महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को धार्मिक स्थलों तक आसानी से पहुँचाने और उनके सफर को आरामदायक बनाना है।

विशेष रिंग रेल सेवा-

रेलवे ने महाकुंभ के दौरान एक रिंग रेल सेवा की व्यवस्था की है, जो प्रयागराज के प्रमुख घाटों और स्नान स्थलों को जोड़ेगी। इस सेवा के माध्यम से श्रद्धालु बिना किसी कठिनाई के संगम, चित्रकूट, और काशी जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों के दर्शन कर सकेंगे।

प्रमुख धार्मिक स्थलों का कनेक्शन-  

इस रिंग रेल सेवा के माध्यम से श्रद्धालुओं को संगम नगरी प्रयागराज के अलावा, चित्रकूट धाम और काशी विश्वनाथ मंदिर तक पहुँचने की सुविधा मिलेगी। ये तीनों स्थल धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं और श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र हैं।

यात्रा की सुविधा और भीड़ प्रबंधन-  

महाकुंभ में अत्यधिक भीड़ की संभावना को देखते हुए रेलवे ने अतिरिक्त सुविधाओं का प्रबंध किया है। रिंग रेल सेवा का उद्देश्य भीड़ को नियंत्रित रखना और यात्रियों को बिना किसी असुविधा के गंतव्य तक पहुँचाना है। रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त टिकट काउंटर, चिकित्सा सुविधाएँ और सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए जाएँगे।

तीर्थयात्रियों के लिए विशेष कोच-

रेलवे ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रिंग रेल में विशेष कोच भी उपलब्ध कराए हैं, जिनमें बैठने की अधिक क्षमता और अन्य सुविधाएँ होंगी। साथ ही, वृद्ध और दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था भी की जा रही है।

रेलवे का डिजिटल सुविधा और समय-सारणी-  

रेलवे ने डिजिटल तकनीक का उपयोग करते हुए श्रद्धालुओं को ट्रेन की जानकारी और समय-सारणी मोबाइल ऐप और वेबसाइट के माध्यम से प्रदान करने का निर्णय लिया है। इससे यात्री अपनी यात्रा को आसानी से प्लान कर सकेंगे और ट्रेन की स्थिति की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

धार्मिक यात्रा का नया अनुभव-

महाकुंभ 2025 में रेलवे द्वारा चलाई जाने वाली रिंग रेल सेवा श्रद्धालुओं के लिए एक शानदार अनुभव होगी। इससे न केवल उन्हें प्रयागराज, चित्रकूट, और काशी के दर्शन में सहूलियत मिलेगी, बल्कि उनकी यात्रा भी अधिक सुरक्षित और आरामदायक बनेगी।