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हरियाणा के धार्मिक, सांस्कृतिक, संघ इतिहास को बताती प्रदर्शनी का उद्घाटन

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समालखा के पट्टीकल्याणा स्थित सेवा साधना एवं ग्राम विकास केंद्र में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के परिसर में संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य माननीय भय्याजी जोशी ने शनिवार को भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर प्रदर्शनी का शुभारंभ किया. इस अवसर पर उनके साथ संघ के उत्तर क्षेत्र संघचालक सीताराम व्यास, हरियाणा प्रांत संघचालक पवन जिंदल भी उपस्थित रहे.
इस अवसर पर भय्याजी जोशी ने कहा कि इस तरह की प्रदर्शनी हमारी आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा देने का काम करती है. ये युवा पीढ़ी को अपने ऐतिहासिक, धार्मिक स्थलों व इतिहास के बारे में जानकारी देने में सहायक सिद्ध होती है.

प्रदर्शनी की झलकियां –
प्रदर्शनी में हरियाणा के इतिहास का वर्णन कर रहे शिलालेखों के बारे में दर्शाया गया है. इसमें अशोक, शुंगकालीन से लेकर प्रथम विश्व युद्ध तक के शिलालेख हैं. वहीं नाथ सम्प्रदाय, दादू पंथी सहित अन्य सम्प्रदायों के भी शिलालेख हैं. प्राचीन धर्मशालाओं, स्कूलों, चिकित्सालयों, मंदिरों, तालाबों, कुओं के बारे में भी प्रदर्शनी में दर्शाया गया है. भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा के योगदान व हरियाणा के स्वतंत्रता सेनानियों, सरस्वती शोध संस्थान द्वारा सरस्वती नदी के विकास की यात्रा, हरियाणा की संस्कृति, खान-पान, वेशभूषा, तीज-त्यौहार, उत्सव, हरियाणा के धार्मिक, ऐतिहासिक, पर्यटन स्थल, ऐतिहासिक गुरुद्वारे व हरियाणा की भौगोलिक जानकारी भी है. हरियाणा के विख्यात व्यक्तित्व, उद्योगपति, कलाकार, खिलाड़ी, सेना के वरिष्ठ अधिकारियों, ग्रामीण क्षेत्र में चल रहे सेवा व समाज कार्यों को भी प्रदर्शित किया गया है. स्वावलंबी भारत अभियान के साथ देश में स्वरोजगार को कैसे बढ़ावा दिया जा रहा है, इसके बारे में भी विस्तृत रुप से जानकारी दर्शाई गई है. हरियाणा में आपदा के दौरान संघ के स्वयंसेवकों द्वारा किए गए राहत व सेवा कार्यों को भी दिखाया गया है. हरियाणा में संघ कार्य को खड़ा करने में अपना जीवन देने वाले संघ के वरिष्ठ प्रचारकों की जीवनी के साथ-साथ प्रदर्शनी में चार डिजिटल प्रदर्शनी भी हैं. इसमें वीडियो के माध्यम से सेवा साधना एवं ग्राम विकास केंद्र से समाज को क्या लाभ होगा, इसके बारे में भी बताया जा रहा है.