फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश
स्क्रीन पर जो चेहरा आपको मासूम नजर आ रहा है, वही असल में एक दरिंदा है जिसने 12 हिंदू बेटियों को अपने प्रेमजाल में फंसाकर तबाह कर दिया। इस दरिन्दे का नाम है मोहम्मद शरीफ रिजवी और इसका काम था असली पहचान छुपाकर इंटरनेट को हथियार बनाना। Shaadi.com, फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसी साइट्स पर वह सम्राट सिंह, अजय कुमार, विजय कुमार और अन्य हिंदू नामों से फेक प्रोफाइल बनाता था। तस्वीरें भी हिंदू जैसे डालता, ताकि हिंदू लडकियां आसानी से विश्वास कर लें। यह शुरुआत से ही एक सुनियोजित छलावा था एक ऐसा जाल, जहां मासूम हिन्दू बेटी पहले भरोसा करती, फिर उसी भरोसे से बरबाद हो जाती। शरीफ का तरीका बड़ा ही घटिया लेकिन संगठित था। वह पहले लड़कियों से भावनात्मक जुड़ाव बनाता, उनके सपनों और जीवन में जगह बनाता। उनसे 'हम शादी करेंगे', 'मैं तुम्हें परिवार से मिलवाऊंगा' जैसी मीठी बातें करता। धीरे-धीरे लड़कियाँ अपनी जमा-पूँजी तक उस पर लुटा देतीं। एक पीड़िता से तो उसने 5 लाख रुपये तक हड़प लिए। पीड़िता से रुपये ऐंठने के बाद वो उस पर मतांतरण का दबाव बनाने लगा। यह मामला किसी एक हिन्दू बेटी तक सीमित नहीं। अब तक 12 हिंदू बेटियाँ उसके इस गंदे खेल का शिकार बन चुकी हैं। हर बार पैटर्न वही रहा पहले फेक हिंदू पहचान, फिर प्रेम का झूठा वादा, पैसे और शरीर का शोषण और अंत में निकाह के नाम पर इस्लाम कबूल करवाने की कोशिश। यह सीरियल अपराध सिर्फ एक आदमी की हरकत नहीं अपितु उस मजहबी सोच का प्रतीक है जो प्रेम को जिहाद का औजार बना चुकी है। शरीफ की असली नीयत कभी प्रेम थी ही नहीं। यह सब एक जिहादी मिशन की तरह था। हिंदू बेटियों को फँसाना, उनकी जिंदगी बर्बाद करना और मतांतरण के जरिये अपनी मजहबी सोच को पूरा करना। हर फरेब, हर मुस्कान, हर शब्द के पीछे छुपा था सिर्फ और सिर्फ मजहबी जहर। सोचिए 12 हिंदू लडकियां, जिनके सपनों और जीवन को एक जिहादी ने योजनाबद्ध तरीके से तोड़ डाला। Shaadi.com से लेकर सोशल मीडिया तक, हर जगह उसने झूठ का जाल बिछाया। यह कोई व्यक्तिगत अपराध नहीं अपितु एक कट्टरपंथी मजहबी सोच की भयावह तस्वीर है। शरीफ और उसके जैसे कई जिहादी मार्किट में हैं जो प्रेमी नहीं अपितु शिकारी भेड़िए हैं, जो हिंदू समाज की बेटियों को शिकार बनाकर अपनी मजहबी भूख मिटाते हैं।