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जितेंद्र राठौर ने शुरू किया गोबर के प्रोडक्ट का बिजनेस, आज कमा रहा हैं लाखों रुपए

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हिन्दू रीति-रिवाज में गाय और गोबर को अत्यंत पवित्र माना जाता है। इसका महत्व उस समय और बढ़ जाता है जब इससे भगवान गणेश की मूर्ति बनाई जाती है। दरअसल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के जितेंद्र राठौर  इन दिनों गाय के गोबर से ईको फ्रेंडली दीये बना रहे है। इसके अलावा वे गाय के गोबर से बनी मूर्तियां, धूप बत्ती का भी निर्माण भी करते है।


जितेंद्र बताते हैं कि गोबर के उत्पाद बनाने से पहले लगभग 15 वर्ष तक कई अस्पतालों में मैनेजमेंट किया। फिर एक आइडिया आया कि क्यों न गोबर से अलग-अलग उत्पाद बनाकर देशभर में बेचा जाय। फिर मैंने जॉब छोड़कर वर्ष 2020 में दस हजार रुपए की पूंजी लगाकर  गाय के गोबर से मूर्तियां, दिए, स्वास्तिक, शुभ लाभ, श्री यंत्र वॉल पेंटिंग, घड़ा बनाने का काम शुरु किया । गोबर से बना यह ईको फ्रेंडली उत्पाद लोगों को इतना पसंद आया कि आज पूरे देश से इसकी मांग हो रही है।

इस बिजनेस से हम सालाना 4 से 5 लाख रुपए की कमाई कर लेता हूं साथ ही पिछले तीन वर्षों में दो सौ से अधिक महिलाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करवाए हैं। स्पष्ट है कि जितेंद्र जैसे लोगों के स्वरोजगार से जहां आज जहां कई लोगों को रोजगार मिल रहा है वहीं इको फ्रेंडली उत्पाद के कारण पर्यावरण संरक्षण का भी काम हो रहा है। जितेंद्र आज देश के उन करोड़ों युवाओं के लिए आदर्श हैं जो कुछ स्वयं करने के स्थान पर जॉब की तलाश में अपने जीवन का महत्वपूर्ण समय बर्बाद कर देते हैं।