• अनुवाद करें: |
मुख्य समाचार

रामकथा संग्रहालय और आर्ट गैलरी को लेकर समझौते पर हुए हस्ताक्षर, चंपत राय बोले- कोर्ट में चले मामले के दस्तावेज भी यहां रखे जाएंगे; ताकि आने वाली पीढ़ी सच जान सके

  • Share:

  • facebook
  • twitter
  • whatsapp

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की उपस्थिति में संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के बीच हुए एक करार हुआ. इस एमओयू के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय एवं आर्ट गैलरी को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ स्थल को समर्पित किया गया है. इस दौरान श्री चम्पत राइ ने कहा कि 'साल 2020 में जब सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर निर्माण को मंजूरी दी तो यह सनातन धर्म और भगवान राम के भक्ति मंदिर निर्माण पहला चरण था. जब हमने जमीन पर निर्माण शुरू किया, इसके लिए जब हमने इसे खोदना शुरू किया तो यहां राम मंदिर से राम मंदिर से जुड़ी पौराणिक चीजें मिलीं. कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर निर्माण की समीक्षा के लिए ऑनलाइन मीटिंग के दौरान कहा कि राम मंदिर की खोदाई के दौरान जो मूर्तियां और चीजें मिल रही हैं वह किसी खजाने से कम नहीं हैं.'

उन्होंने कहा कि 'जब 1992 में मस्जिद का विध्वंस हुआ उस समय भी जो चीज वहां से निकलीं वह भी भगवान राम के काल के समय से हैं, इसलिए यहां से जो भी चीज खोदाई के दौरान हजारों साल चले संघर्ष के दौरान मिली हैं उन्हें संरक्षित रखने के लिए एक संग्रहालय का निर्माण किया जाना था. आज इस संग्रहालय का निर्माण कराकर उत्तर प्रदेश सरकार व पर्यटन विभाग ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को समर्पित किया है.'