मेरठ, उत्तर प्रदेश
मेरठ शहर के थापरनगर इलाके में एक मुस्लिम परिवार द्वारा मकान खरीदने के बाद स्थानीय निवासियों की परेशानियाँ बढ़ने लगीं और लगभग 100 से अधिक परिवारों ने अपने घरों पर “घर बिकाऊ है” और “पलायन को मजबूर” जैसे पोस्टर लगा दिए।
क्या है पूरा मामला
जलीकोठी निवासी शाहिद कुरैशी ने अनुभव कालरा व रीना कालरा से करीब एक करोड़ रुपये में मकान खरीदा था । मीडिया रिपोर्ट्स शाहिद अपने परिवार के साथ मकान में रहने आए और अपना दूध का कारोबार शुरू कर दिया। जिससे दूध खरीदने आने वालों की गाड़ियाँ व बाइक गली में खड़ी होने लगीं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि गाड़ियाँ व बाइक गली में खड़े होने के कारण गली में अधिक जाम लगने लगा और आने-जाने में परेशानी बढ़ गई।
क्यों गंभीर है यह घटना
यह मामला एक मकान खरीद-बेच का नहीं है, यह सामाजिक मुद्दा है जब स्थानीय लोगों को बिना किसी कारण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है यह नागरिक अधिकारों से जुड़ा मामला है। एक व्यक्ति के गली में कारोबार शुरू करने के कारण 100 से अधिक स्थानीय परिवारों को प्रभावित होकर परेशानी से गुजरना पढ़ रहा है जिससे पलायन को मजबूर होना पड़ रहा है ।
विरोध और तनाव
इसके बाद शाम होते-होते विरोध शुरू हो गया, करीब 100 से अधिक परिवारों ने “पलायन को मजबूर” पोस्टर लगाया, जिससे तनाव बढ़ने लगा।
पुलिस हस्तक्षेप और फिलहाल स्थिति
बढ़ते तनाव व संभावित हिंसा को देखते हुए पुलिस पहुंची और विवादित मकान पर ताला लगवा दिया। करीब दोनों पक्षों को थाना बुलाया गया है। पुलिस के अनुसार, दोनों पक्षों को सदर थाने में बुलाया गया है, जहां पंचायत के माध्यम से मामला सुलझाने की कोशिश की जा रही है।



