महाकुम्भ नगर, प्रयागराज। प्रयागराज महाकुम्भ-2025 में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का साक्षी बनने और झलक देखने की लालसा लेकर केवल भारतीय ही नहीं, संपूर्ण विश्व से लोग पहुंच रहे हैं। महाकुम्भ के महा-आयोजन का साक्षी बनने स्वतः ही खिंचे चले आ रहे हैं।
कुछ दिन पहले एक वीडियो वायरल होता है, जिसमें एक विदेशी शख्स भंडारे में बड़े चाव से खाना खा रहा है और लोग उसे हैरी पॉटर की संज्ञा देते हुए प्रचारित करना शुरू कर देते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में हैरी पॉटर फेम यह शख्स कोई और नहीं, इटली के निकोलो ब्रुगनारो हैं। मिल रहे फेम का आनंद लेते हुए निकोलो महाकुम्भ, यूरोप, भारत, योग और योगी सरकार के बारे में मुक्त कंठ से प्रशंसा कर रहे हैं।
निकोलो ब्रुगनारो?
निकोलो इटली की न्यूज एजेंसी की ओर से बतौर कैमरामैन महाकुम्भ मेला कवर करने आए हैं और यहां महाकुम्भ पर बन रही एक डॉक्युमेंटरी का भी हिस्सा हैं। वह आए तो थे महाकुम्भ की खबरें कवर करने, तस्वीरें खींचने, मगर अब खुद खबर बन गए हैं और इसका कारण सोशल मीडिया से मिल रही प्रसिद्धि है। लोग उनके साथ सेल्फी लेने, रील्स बनाने को बेताब हैं और निकोलो ने खुद कभी नहीं सोचा था कि अपने देश से दूर वह इस तरह फेमस हो जाएंगे।
निकोलो ब्रुगनारो खुद को बेहद भाग्यशाली मानते हैं कि इटली से वह महाकुम्भ की कवरेज करने आए। उनके अनुसार, एक सीमित क्षेत्र में करोड़ों लोगों का यूं जुटना, स्नान-पूजन व ध्यान करना और छिटपुट घटनाओं के इतर इतने समायोजित तरीके से पूरी प्रक्रिया का प्रबंधित होना किसी अचरज से कम नहीं है।
उनके अनुसार, भारत की महानता इसी बात में है कि भारत सबको बड़े प्यार से अपना अंग बना लेता है। यहां करोड़ों लोग जिस प्रकार स्वयं जुट कर शांतिपूर्वक पूजा-आराधना कर रहे हैं, यह अकल्पनीय दृश्य है। उनका कहना है कि यूरोप में तो इस तरह के दृश्य के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता, क्योंकि आबादी के साथ ही व्यवहार के लिहाज से भी यूरोपीय देशों के लिए इतने विशाल जनसमुद्र को समायोजित करना असंभव है।
निकोलो ने आश्चर्य व्यक्त किया कि उन्होंने तो कभी खुद की तुलना हैरी पॉटर का किरदार निभाने वाले एक्टर डैनियल रैडक्लिफ से नहीं की। मगर सोशल मीडिया पर भंडारे का खाना खाते किसी शख्स ने उनका वीडियो वायरल कर दिया और तभी से वह हैरी बनकर महाकुम्भ में जादुगरी के मिथकीय विश्वविद्यालय हॉगवर्ट्स का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। निकोलो एक कुशल कैमरामैन हैं और वह महाकुम्भ यह सोचकर आए थे कि उनकी खींची तस्वीरें उन्हें प्रसिद्धि दिलाएंगी। मगर, महाकुम्भ में मिल रही पॉपुलरिटी को चमत्कार मानते हुए निकोलो का कहना है कि उन्होंने कभी इस तरह लोगों के आकर्षण का केंद्र बनने की बात नहीं सोची थी। लोगों से मिल रहा प्यार अभिभूत कर देने वाला है।