हरदोई समेत कई जनपदों में मदरसों में फर्जी छात्र संख्या दर्शाकर वजीफा हड़पने के मामले सामने आए हैं लेकिन अब ऐसा करना आसान नहीं होगा। मदरसों में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सरकार ने बायोमीट्रिक उपस्थिति अनिवार्य कर दी है। अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मोहम्मद खालिद ने बताया कि विद्यार्थी के साथ शिक्षकों की उपस्थिति भी बायोमीट्रिक से होगी। शिक्षक किस समय आते हैं, इसका भी रिकॉर्ड रहेगा। बायोमीट्रिक उपस्थिति की मशीन खुद मदरसा को अपने संसाधन से खरीदनी है। इसके लिए कोई आर्थिक मदद शासन की ओर से नहीं मिलेगी।
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। आदेश का पालन नहीं करते हैं तो वेतन अनुदान, सरकारी सहायता और वजीफा पर असर पड़ेगा। शासन से अनुदान प्राप्त कर रहे मदरसा संचालकों को इस बावत अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने अवगत कराया है।
दरअसल राज्य सरकार अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को वजीफा देती है। शिक्षकों को वेतन के लिए आर्थिक सहायता भी दी जाती है। जिले के दो मदरसे शासन से अनुदान प्राप्त करते है और 212 मदरसे ऐसे हैं, जो सरकार से मान्यता प्राप्त है। सभी मदरसों के विद्यार्थियों और शिक्षकों की उपस्थिति देने के निर्देश है।