अयोध्या में निर्माणाधीन
रामलला के मंदिर में गर्भगृह की दहलीज यानी का चौखट का निर्माण माघ पूर्णिमा के
दिन शुभ मुहूर्त में संपन्न किया गया। गर्भगृह की देहली के पूजन का शुभारंभ परम
पवित्र माने जाने वाले माघ मास की पूर्णिमा पर पुष्य नक्षत्र में सर्वार्थ सिद्धि
योग का मंगल मुहूर्त में हुआ। इस शुभ घड़ी में विधिपूर्वक रामलला के मंदिर में
गर्भगृह की पहली आधारशिला रखी गई।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय
की मौजूदगी में गर्भगृह के चौखट का पूजन वैदिक मंत्रोच्चार के बीच किया गया। श्वेत
संगमरमर से बने इस चौखट में खास प्रकार की डिजाइन बनी हुई है। इससे पहले श्वेत
संगमरमर के खंभे गर्भगृह में लगाए जाने का काम चल रहा है। 20 फीट की ऊंचाई वाले गर्भगृह के पिलर्स 15 फीट से ऊपर पहुंच चुके हैं।
बताया गया कि किसी भी भवन के निर्माण में देहरी पूजन का अति
महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दहलीज में सभी देवी-देवता निवास करते
हैं। कहा जाता है कि इसकी पूजा करने से घर में बुरी शक्तियों का प्रवेश नहीं होता।
नित्य देहरी पूजन से घर में स्थायी लक्ष्मी निवास करती हैं।