देहरादून में
आयोजित वैश्विक आपदा प्रबंधन सम्मेलन में डीआरडीओ ने एक बार फिर भारतीय सैनिकों की
सुरक्षा को नई ऊंचाई दी। सम्मेलन में प्रदर्शित नवाचारों में सबसे अधिक चर्चा में
रहा ‘प्रबला’, भारतीय
महिला सैनिकों के लिए विकसित पहला पूर्ण स्वदेशी फुल बॉडी प्रोटेक्टर।
महिला शरीर की संरचना का गहन अध्ययन कर तैयार किए गए इस कवच में भीड़ नियंत्रण से लेकर उच्च जोखिम वाले अभियानों तक, हर परिस्थिति में सुरक्षा की गारंटी है। हल्का, आरामदायक और पूरी तरह जरूरतों के अनुरूप प्रबला महिलाओं की सुरक्षा का नया मील का पत्थर है।

इसके साथ ही
डीआरडीओ ने पेश किया एक्स्ट्रीम कोल्ड वेदर क्लोदिंग सिस्टम, जो -50 डिग्री तक की
ठंड को भी बेअसर करता है। कठिनतम परिस्थितियों में तैनात सैनिकों के लिए यह कपड़ा
सिर्फ गर्माहट ही नहीं, बल्कि फुर्ती और सुविधा भी सुनिश्चित
करता है।
इन दोनों
नवाचारों ने यह सिद्ध कर दिया कि
भारत न केवल आत्मनिर्भर है, बल्कि अपने सैनिकों की सुरक्षा को लेकर अत्याधुनिक तकनीक विकसित करने में
भी अग्रणी है।



