लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी मौनी अमावस्या (29 जनवरी) पर 8-10 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान के लिए आने की संभावना जताते हुए व्यापक तैयारियों के निर्देश दिए हैं। बुधवार को उन्होंने महाकुंभ में बीते तीन दिनों की स्थिति की समीक्षा की और व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने का आदेश दिया।
प्रमुख निर्देश :
1. रेलवे से समन्वय :
o महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों का संचालन समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित करें।
o श्रद्धालुओं की संख्या के अनुरूप ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की पहल करें।
2. परिवहन और यातायात :
o मेला क्षेत्र में बसों, शटल बसों और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन निर्बाध रूप से जारी रहे।
o यातायात प्रबंधन सुनिश्चित कर भीड़भाड़ से बचाव की व्यवस्था करें।
3. बुनियादी सुविधाएं :
o मेला क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की सेवा को बेहतर बनाया जाए।
o घाटों पर बैरिकेडिंग कर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करें।
o सभी सेक्टरों में निरंतर बिजली और पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
o शौचालयों की नियमित सफाई के निर्देश दिए गए हैं।
श्रद्धालुओं की भारी संख्या :
• पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के स्नान पर्वों पर 6 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी स्नान का पुण्य लाभ प्राप्त किया।
• 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर 8-10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिसे ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ किया जा रहा है।
सीएम ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। रेलवे, परिवहन, जल, बिजली और संचार व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए। घाटों पर बैरिकेडिंग और सफाई व्यवस्था को नियमित बनाए रखा जाए ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और सुगम स्नान कर सकें।
सुरक्षा और व्यवस्थाओं पर जोर :
सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे मौनी अमावस्या जैसे प्रमुख स्नान पर्वों पर युद्धस्तर पर तैयारी करें और सभी व्यवस्थाओं को सुचारु बनाए रखें। मौनी अमावस्या महाकुंभ का सबसे बड़ा स्नान पर्व है और यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
महाकुंभ में आस्था, संस्कृति और सुरक्षा का संगम सुनिश्चित करने के लिए सभी विभागों को सामूहिक प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं।