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पंच परिवर्तन के आह्वान के साथ राष्ट्र सेविका समिति का शक्ति विजय पथ संचलन

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बीकानेर

राष्ट्र सेविका समिति द्वारा रविवार को शहर में शक्ति विजय विराट पथ संचलन का आयोजन किया गया। घोष की ताल और सैकड़ों मातृशक्ति-तरुणियों की कदम से कदम मिलाते हुए निकले पथ संचलन से बीकानेर का वातावरण देशभक्ति से गूंज उठा। पथ संचलन में 550 सेविकाओं ने पूर्ण गणवेश में सहभागिता की। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता कल्पना शेखावत ने संघ के हिन्दू समाज संगठन अभियान पर प्रकाश डाला। उन्होंने पंच परिवर्तन को समाज सशक्तिकरण के लिए आवश्यक बताया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि तुलसी प्रजापति तथा अध्यक्ष संतोष कंवर शेखावत रहीं। उन्होंने कहा कि संगठित मातृशक्ति को देखकर हृदय स्वतः गर्व से भर जाता है।

पथ संचलन शाम 6 बजे पुष्करणा स्टेडियम से प्रारंभ होकर शहर के मुख्य मार्गों से होता हुआ फोर्ट स्कूल मैदान में संपन्न हुआ। विभिन्न स्थानों पर नागरिकों ने संचलन का स्वागत किया।

‘जागृति विराट पथ संचलन’

सधे कदम से शौर्य मार्ग पर चलते, घोष की ताल के साथ राष्ट्र सेविका समिति का पथ संचलन

इस अवसर पर मुख्य वक्ता सुमन चौहान (समिति की प्रांत सह शारीरिक प्रमुख एवं अखिल भारतीय घोष टोली सदस्या) ने कहा कि संघ और समिति का मूल उद्देश्य केवल भारत माता की सेवा है। इसका अर्थ है — समाज की भावपूर्ण सेवा करना, भारत की प्राचीन संस्कृति की रक्षा करना और शास्त्रों-ग्रंथों से मिली ज्ञान परंपरा को आगे बढ़ाना व साथ ही युवाओं में राष्ट्र सर्वोपरि का भाव बढ़ाना है।

हिन्दुत्व किसी संकीर्ण मत का नाम नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की पद्धति और दर्शन है। इसमें सभी प्रकार के विचार और मत समाहित हैं, क्योंकि हिन्दुत्व परमात्मा की तरह विशाल और सहिष्णु है। संघ स्थापना के 11 वर्ष बाद समिति की स्थापना इसलिए हुई, ताकि कोई भी शक्ति भारत की इस दिव्य आभा को ढक न सके और समाज अपनी पहचान से विमुख न हो।

कार्यक्रम में 355 सेविकाओं ने अनुशासित पंक्तियों में घोष वादन के साथ पथ संचलन किया।