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संभल हिंसा: वकील विष्णु जैन की हत्या की थी साजिश, शारिक साठा गैंग का खुलासा, वारिस ने कबूला जुर्म

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- पुलिस ने शनिवार (25 जनवरी, 2025) को वारिस नाम के दंगाई को गिरफ्तार किया, जिसने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं

- गिरफ्तार वारिस ने बताया कि शारिक साठा गैंग ने वकील विष्णु शंकर जैन की हत्या की योजना बनाई थी। विष्णु शंकर जैन शाही जामा मस्जिद-हरिहर मंदिर विवाद में हिंदू पक्ष के वकील हैं

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में दंगों के दौरान हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन की हत्या की साजिश रची गई थी। इस साजिश के तहत दंगाइयों के बीच हथियार बाँटे गए थे। पुलिस ने शनिवार (25 जनवरी, 2025) को वारिस नाम के दंगाई को गिरफ्तार किया, जिसने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।  

साजिश और खुलासे -  

वारिस ने कबूल किया कि हिंसा के दौरान उसने गोली चलाई थी, जिससे कैफ और नईम नाम के दो युवकों की मौत हुई। उसने यह भी बताया कि उसे हथियार शारिक साठा गैंग के सदस्य मुल्ला अफरोज ने दिए थे। मुल्ला अफरोज पहले ही पुलिस की गिरफ्त में है।  

गिरफ्तार वारिस ने बताया कि शारिक साठा गैंग ने वकील विष्णु शंकर जैन की हत्या की योजना बनाई थी। विष्णु शंकर जैन शाही जामा मस्जिद-हरिहर मंदिर विवाद में हिंदू पक्ष के वकील हैं। साजिश के तहत कहा गया था कि 'मस्जिद की हिफाजत' के नाम पर सर्वे के दौरान उनकी हत्या करनी है।  

दंगों के दौरान हत्या और हथियार वितरण -  

वारिस ने कबूल किया कि उसने हिंसा के दौरान कैफ और नईम की हत्या की। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस पर भी गोली चलाने की योजना बनाई थी। इसके लिए हथियार शारिक साठा गैंग ने उपलब्ध कराए थे। वारिस का एक ऑडियो भी वायरल हुआ, जिसमें उसने ‘सामान’ लाने की बात कही थी। पुलिस ने पुष्टि की है कि ‘सामान’ का मतलब हथियार था।  

पुलिस की कार्रवाई -  

पुलिस ने वारिस के पास से एक तमंचा, कारतूस, नाल में फँसा हुआ कारतूस और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पुलिस ने कहा है कि वारिस हिंसा के बाद दिल्ली में छिपा हुआ था। वारिस के साथ-साथ पुलिस ने मोहम्मद निहाल नाम के एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया है।  

देशभर में दंगे भड़काने की थी साजिश -  

वारिस ने खुलासा किया कि शारिक साठा गैंग इन हत्याओं से देशभर में दंगे भड़काना चाहता था। उनकी योजना हिंसा फैलाकर सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने की थी।  

पुलिस का बयान - 

संभल पुलिस ने वारिस की गिरफ्तारी के साथ ही हिंसा में हुई 4 मौतों के मामलों को सुलझा लिया है। इनमें से 2 हत्याएँ मुल्ला अफरोज और 2 हत्याएँ वारिस ने की थीं। पुलिस ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।  

समाज पर प्रभाव और सतर्कता की जरूरत - 

इस घटना ने एक बार फिर सांप्रदायिक साजिशों और हिंसा के खतरे को उजागर किया है। प्रशासन ने समाज से संयम बरतने और शांति बनाए रखने की अपील की है। वारिस और उसके साथियों की गिरफ्तारी ने एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है।