मुरैना. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त कार्यकर्ता सम्मेलन के दूसरे दिन सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने अंचल के प्रमुख संतों से भेंट की व उनका अभिनंदन किया. सभी संतों ने सनातन संस्कृति को वैश्विक संस्कृति बनाने के संबंध में सरसंघचालक जी से चर्चा की. चर्चा के दौरान मोहन भागवत जी ने कहा कि संत कभी सुप्त नहीं होते, बल्कि समय समय पर प्रकट होकर समाज का मार्गदर्शन करते हैं. संतों से चर्चा के दौरान यह भी सामने आया कि हिन्दू समाज जब तक विभिन्न जाति एवं वर्गों में बंटा रहेगा, तब तक देश शक्तिशाली नहीं बनेगा. संतों से चर्चा के दौरान समाज को साथ लेकर विश्व गुरु बनाने की ओर आगे बढ़ने पर बल दिया. आज के वर्तमान समय में संघ समाज में सद्भाव और स्नेह के साथ मिलकर काम करने, देश की सनातन संस्कृति को आगे रखते हुए दुनिया में आगे ले जाने वाला है. जरेरूआ सरकार हरिदास महाराज जी, दंदरौआ धाम के महंत रामदास जी महाराज, पीताम्बरा पीठ दतिया के मुख्य महंत विष्णुकांत जी मुडिया, करह आश्रम के महंत दीनबंधु महाराज जी, महासुख का पुरा अम्बाह के प्रसिद्ध संत ऋषि जी महाराज ने संघ प्रमुख के साथ विस्तार से चर्चा की और सनातन संस्कृति को आगे ले जाने पर अपने विचार रखे.
सभी संतों ने कार्यक्रम स्थल पर बने सभी नगरों और प्रदर्शनी का भ्रमण कर अवलोकन किया. संघ प्रमुख मोहन भागवत जी ने शॉल और श्रीफल भेंट कर सभी संतों का अभिनंदन किया. उनके साथ क्षेत्र संघचालक, प्रांत संघचालक, प्रांत संपर्क प्रमुख उपस्थित रहे.