- बरेली
के
बांस-बेंत
से
बने
उत्पादों
की
सऊदी
अरब
व
युएई
में
बढ़ी
खास
मांग
- इंटरनेशनल
ट्रेड
फेयर
की
दो
महिलाओं
को
सऊदी
अरब
व
युएई
के
उद्यमियों
ने
दिए
ढाई
करोड़
के
आर्डर
- नवंबर
के
अंतिम
सप्ताह
में
निर्यात
होंगे
सभी
आर्डर
- सेल्फ
हेल्प
ग्रुप
की
महिलाएं
बना
रही
ये
उत्पाद
बरेली के बांस-बेंत से बने उत्पादों की मांग सऊदी अरब और युएई में बढ़ने लगी हैं. वहां के खरीददारों को उत्पादों का डिजाइन इतना अधिक पसंद किया हैं कि उन्होंने ढाई करोड़ रुपए भी दे दिए हैं. संयुक्त आयुक्त उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला ने बताया कि बांस बेंत से बने उत्पाद में इस बार सऊदी अरब व युएई से चप्पलें व लेडीज हैंडबैग के अतिरिक्त हेयर क्लिप, डिजाइनर पेन स्टैंड, हैंड फैन, बांस पर की गई पेंटिंग, बास्केट, स्टूल और खिलौने की मांग भी आई है.
बांस-बेंत से बने उत्पादों से महिलाओं और छोटे उद्यमियों को मिली पहचान-
सितम्बर माह में ग्रेटर नोएडा में आयोजित हुए पांच दिवसीय इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में बरेली से चार ओडीओपी स्टाल लगे थे. जिनमें से दो स्टाल नए महिला उद्यमियों के थे. महिला उधमियों ने ट्रेड फेयर में इस बार बांस-बेंत से निर्मित डिजाइनर चप्पलें और हैंडबैग को प्रदर्शित किया था, जिसे काफी पसंद किया गया. सऊदी अरब और युएई के ट्रेडर्स सैंपल के तौर पर ये उत्पाद अपने साथ ले गए थे. लगभग डेढ़ महीने के बाद दोनों महिला उद्यमियों को ढाई करोड़ के आर्डर भी मिले हैं. संयुक्त उद्योग आयुक्त सर्वेश्वर शुक्ला ने बताया कि हस्तशिल्प के इन उत्पादों की पहुंच पहले सिर्फ सिमित लोगो तक ही थी लेकिन इंटरनेशनल ट्रेड फेयर ने छोटे उद्यमियों को वैश्विक पहचान दिलाई है.
स्वयं सहायता समूह की महिलाएं बना रही बांस-बेंत के उत्पाद-
गोकुल अनुसंधान ट्रस्ट के संचालक का कहना है कि बांस-बेंत से बने उत्पादों की बहुत सी वैरायटी उपलब्ध है, जिसकी रेंज 50
रुपए
से
आरम्भ
होती
है.
उन्होंने
बताया
की
बांस-बेंत
से
निर्मित
चप्पलें
और
लेडिज
हैंडबैग
का
निर्माण
स्वयं
सहायता
समूह
की
महिलाओं
द्वारा
किया
जाता
हैं.
समूह
में
25 महिलाएं
कार्यरत
हैं.
समय-समय
पर
महिलाओं
को
उत्पादों
का
प्रशिक्षण
दिया
जाता
हैं.
उनका
कहना
है
कि
बांस-बेंत
से
निर्मित
चप्पलों
की
कीमत
300 व
लेडीज
हैंडबैग
की
कीमत
450 है.
नवंबर के अंतिम सप्ताह में निर्यात किये जाएंगे सभी ऑर्डर-
संयुक्त आयुक्त उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला ने कहा कि इस बार सऊदी अरब और युएई से बांस-बेंत से बने विभिन्न उत्पादों की मांग भी आइ है. ये सभी ऑर्डर नवंबर के अंतिम सप्ताह में निर्यात किये जाएंगे.