काशी
के ज्ञान के अजस्र स्रोत में भारत, भारतीयता
और भारतीय ज्ञान परंपरा की जो अजस्र धारा प्रवाहित हो रही है उसको गंगा की तरह
उद्गममुखी किया जा सके इस उद्देश्य से काशी शब्दोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। काशी के रुद्राक्ष कन्वेन्शन सेंटर में 10 से 12
फरवरी तक विभिन्न सत्र आयोजित किए जाएंगे। तीन दिनों तक विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों के
द्वारा मंथन प्रस्तावित है जिसमें पुरातनता और आधुनिकता का समन्वय होगा।
ज्ञान-विज्ञान, समाज-संस्कृति, परंपरा-आधुनिकता के अन्तर्सम्बन्ध पर
चर्चा होगी।
तीन दिनों तक 18 सत्रों में काशी शब्दोत्सव की इस परिकल्पना में देश-विदेश के विद्वान उपस्थित रहेंगे। देश की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी में एक बार फिर से ज्ञानसंगम होगा। भारत वर्तमान में जी-20 का अध्यक्ष है इस आलोक में एक सत्र्र भारत की वैश्विक परिदृश्य पर शक्तिशाली उपस्थिति विषय पर भी प्रस्तावित है।