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संघ के ज्येष्ठ प्रचारक शिरीषजी वटे का देहावसान

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 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ज्येष्ठ प्रचारक और डॉ. हेडगेवार स्मृति मन्दिर परिसर के व्यवस्था विभाग में कार्यरत शिरीषजी वटे का सोमवार प्रातः हृदय विकार से निधन हो गया. वे 63 वर्ष के थे. उनके पश्चात भाई किरण, बहन मनीषा पांडे, दामाद और बड़ा आप्त परिवार है. माधव नेत्रपेढ़ी में उनका नेत्रदान किया गया. उनकी अंत्येष्टि गंगाबाई घाट पर की गई.

शिरीषजी वटे का जन्म २८ अगस्त, १९६० को हुआ. प्रारंभ में नागपुर के हनुमान नगर शाखा के स्वयंसेवक थे. उनकी प्राथमिक शिक्षा दादासाहेब धनवटे नगर विद्यालय में हुई. मोहता विज्ञान महाविद्यालय और श्री बिंझाणी महाविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर की पदवी प्राप्त की. तपश्चात संपूर्ण जीवन राष्ट्र को समर्पित करने के भाव से सन् 1983 में संघ के प्रचारक बने.

अपनी 41 वर्ष की निरंतर राष्ट्र साधना में रत रहते हुए प्रचारक के रूप में उन्होंने विदर्भ में कारंजा, मेहकर, गोंदिया, भंडारा आदि स्थानों पर तालुका प्रचारक, जिला प्रचारक तथा विभाग प्रचारक के रूप में दायित्व का निर्वहन किया. तत्पश्चात खापरी स्थित भारतीय उत्कर्ष मंडल प्रकल्प प्रमुख के रूप में १२ वर्ष कार्य किया. उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के केन्द्रीय कार्यालय प्रमुख के रूप में कार्य किया. वर्तमान में डॉ. हेडगेवार स्मृति मन्दिर परिसर की व्यवस्था विभाग में थे. शान्त स्वभाव, मृदुभाषी और कर्मठ स्वयंसेवक के रूप में उनकी पहचान थी. राष्ट्रसेवा में अपने जीवन को समर्पित करने वाले स्वयंसेवक शिरीष जी वटे के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि.

ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः