बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर अल्मोड़ा स्थित डोल आश्रम में एक भव्य धार्मिक और सांस्कृतिक समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शामिल हुए। इस दौरान सीएम धामी ने कल्याणिका डोल आश्रम में श्रीयंत्र पूजन, आचार्यपीठ का शुभारंभ और कन्या पूजन किया। अपने संबोधन में श्री धामी ने कहा, “डोल आश्रम सनातन धर्म और शिक्षा के केंद्र बिंदु के रूप में उभर रहा है। लोक कल्याण की भावना के साथ कार्य कर रहे डोल आश्रम के विभिन्न प्रकल्प अत्यंत सराहनीय हैं।” उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अपने उद्बोधन में कहा, “डोल आश्रम में आकर एक आध्यात्मिक शांति का अनुभव होता है।”
डोल आश्रम के संस्थापक महाराज कल्याणदास जी द्वारा एक हजार से अधिक कन्याओं का पूजन और श्रीयंत्र की पूजा-अर्चना की गई। एक सप्ताह तक चले इस अनुष्ठान यज्ञ का समापन हुआ। आश्रम के संस्थापक स्वामी कल्याणदास जी महाराज ने कहा, “देवभूमि उत्तराखंड देवी-देवताओं की धरती है जो हमें सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सुख-समृद्धि देती आई है। यहां पढ़ने वाले विद्यार्थी देश-दुनिया में सनातन संस्कृति के लिए सेवा कार्य करते हैं।” इस आयोजन ने डोल आश्रम को एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आश्रम के विभिन्न प्रकल्प और गतिविधियाँ समाज में एक सकारात्मक संदेश फैलाने का कार्य कर रहे हैं।
वार्षिकोत्सव में आश्रम के संस्थापक बाबा कल्याणदास महाराज, गोविंद गिरि महाराज, स्वामी जगदीशानंद, विश्व स्वरूपानंद, डा. भरत राज, पूर्व सीएम व गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी, विधायक जागेश्वर मोहन सिंह मेहरा, प्रमोद नैनवाल, जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश बहुगुणा, पूर्व स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल, दिनेश कुंजवाल, तारू जोशी आदि।