भगवान बदरी विशाल के कपाट पूरे विधि-विधान के साथ गुरुवार सुबह श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. सुबह तीर्थ पुरोहितों ने पूरे विधि-विधान के साथ भगवान बदरी विशाल की पूजा की. उसके बाद सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए. वहीं, बदरीनाथ मंदिर में पहली पूजा पीएम नरेंद्र मोदी के नाम से की गई.
हल्की बूंदाबांदी और हिम कणों के साथ शुभ मुहूर्त सुबह सात बजकर 10 मिनट पर कपाट खोले गए। इस अवसर पर माणा गांव के निवासी भी मौजूद थे जोकि शरद ऋतु में श्री बदरीनाथ धाम की रक्षा की परंपरा को निभाते रहे हैं। बुधवार शाम करीब बीस कुंतल फूलों से मंदिर परिसर को सजाया गया था। देर शाम आदि शंकराचार्य की गद्दी डोली के रूप में यहां पहुंच गई थी। साथ ही टिहरी राजघराने में निकाले गए तेल का मटका भी लाया गया था जिसे सम्मानपूर्वक मंदिर परिसर में स्थापित किया गया। गढ़वाल रेजीमेंट के बैंड वादकों ने मशक धुनों से वातावरण भक्तिमय बना दिया। माणा गांव की महिलाओ ने परंपरागत वेशभूषा में भगवान बद्री नारायण के द्वार खुलने की खुशी में नृत्य किया।