उत्तराखंड के चमोली
जिले में स्थित सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 20 मई को खुलेंगे। हेमकुंड साहिब सिखों का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। माना जाता
है कि विश्व में सबसे ऊंचे स्थान पर हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा स्थित है, जहां सिखों के दसवें गुरु,
गुरु गोविंद सिंह जी ने
दस साल तक ध्यान किया था।
इस बार श्री हेमकुंड
साहिब के कपाट पाँच दिन पहले ही
खोले जा रहे हैं. जबकि हर वर्ष हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खोले जाते थे और 10
अक्टूबर को बंद होते
हैं.
प्राप्त जानकारी के
अनुसार की श्रृद्धालुओं की सुगम यात्रा के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है. इसके
साथ ही बताया कि यात्रा मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य भारतीय सेना के जवानों
द्वारा 20 अप्रैल को घांघरिया से शुरू किया जायेगा. श्री
हेमकुण्ड साहिब की पावन यात्रा एवं गुरू महाराज के सम्मुख मत्था टेकने के लिये
प्रतिवर्ष देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रृद्धालु आते हैं. संगतों की संख्या
में बढ़ोत्तरी को देखते हुए गुरूद्वारा ट्रस्ट के मुख्य पड़ावों में विश्राम हेतु
कमरों व हॉल इत्यादि का भी निर्माण किया गया है। इसके अलावा श्रृद्धालुओं की अन्य
सुख-सुविधाओं जैसे कि लंगर पानी,
डॉक्टरी सहायता आदि का
भी विशेष ध्यान रखते हुए ट्रस्ट द्वारा यात्रा की सभी तैयारियां लगभग पूर्ण की जा
चुकी है