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हिन्दू बेटी से दरिंदगी की हदें हुई पार

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 मेरठ, उत्तर प्रदेश

हिन्दू बेटी से दरिंदगी की हद पार 

अगवा कर मतान्तरण और फिर बेच दिया

लोहियानगर थाना क्षेत्र में रहने वाली हिन्दू लड़की प्रतिदिन की तरह कॉलेज जा रही थी, जब मवाना कस्बे के जलालपुर गांव के दो युवक रोहिन और संतराम ने उसे अगवा कर लिया। जब लड़की को होश आया, तो सामने बैठा था रोहिन। उसके हाथों में कागज थे और उसके बगल में बैठा था मौलवी। लड़की को धमकाया गया “अगर जान बचानी है तो निकाहनामे पर दस्तखत कर दे।” उसके पास कोई चारा नहीं था... हिन्दू लड़की की रोहिन से जबरन निकाह करा दिया गया। लेकिन सिलसिला यहीं खत्म नहीं हुआ। कुछ दिन बाद उस लड़की को लिसाड़ीगेट के मेवगढ़ी मोहल्ले में बेच दिया गया। पीड़िता का आरोप है की उसे रोहिन के यहाँ से कार में ठूंसकर मेवगढ़ी ले जाया गया।  फिरोज उर्फ पप्पू, उसका भाई शेरखान, आसिफ और उनके घर की महिलाएं फरीदा, शबाना और उम्रदराज ने हिन्दू बेटी को खरीद लिया था। छह महीने तक हिन्दू बेटी को उन्होंने एक बंद कमरे में रखा। वहां फिरोज प्रतिदिन उसका बलात्कार करता। फिर उसके भाई, रिश्तेदार सब उस बेटी के अस्मत के साथ खेलते रहें। एक दिन लड़की ने रोते हुए कहा, “ये सब क्यों कर रहे हो?” तो घर की महिलाओं ने जवाब दिया “तुझे खरीद लिया गया है। अब तेरी मर्जी नहीं चलेगी। ज्यादा बोली तो दुबई भेज देंगे।” इस दौरान उसका जबरन मतांतरण भी करा दिया गया। नाम बदल दिया गया, कपड़े बदलवा दिए गए। उसके हिन्दू होने की हर पहचान मिटाने की कोशिश की गई। छह महीने तक वो यह सब सहती रही। लेकिन एक दिन, जब घरवालों की निगरानी ढीली हुई तो वह किसी तरह भाग निकली और लिसाड़ीगेट थाने पहुंची। वहाँ उसने कांपते स्वर में सब कुछ बताया - अगवा करना, जबरन निकाह, गैंगरेप, मतांतरण सब। पुलिस ने पहले हल्के में लिया। एसएसपी ने कहा – "यह पति-पत्नी का विवाद है।" मगर जब पीड़िता रो-रोकर अपने बयान पर अड़ी रही, तो एक आरोपी फिरोज को हिरासत में लिया गया। लेकिन प्रश्न अभी भी उठता है क्या ये मात्र एक हिन्दू लड़की की कहानी है? या फिर वो चेहरा है, जो दिखाता है कि कैसे कट्टरपंथी मानसिकता हिंदू बेटियों को फांसती है, उन्हें खरीदकर बंद कमरों में कैद कर देती है और फिर धर्म के नाम पर उनकी आत्मा कुचल देती है?