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संस्कारवान संगठित हिन्दू समाज का निर्माण ही प्रमुख लक्ष्य – डॉ. कृष्ण गोपाल

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जोधपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल जी ने कहा कि हिन्दू राष्ट्र का अर्थ है सम्पूर्ण समाज को साथ लेकर चलना. विविधताओं में एकता वाला हमारा देश भारत पूरे विश्व में अपना विशिष्ट स्थान रखता है. संस्कारवान संगठित हिन्दू समाज का निर्माण ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रमुख उद्देश्य है.

सह सरकार्यवाह जोधपुर के विशाल चामी पोलो मैदान में विजयादशमी उत्सव एवं शताब्दी वर्ष प्रवेश पर विराट एकत्रीकरण व शस्त्र पूजन कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे. प्रांत संघचालक हरदयाल वर्मा, महानगर संघचालक प्रकाश जीरावाला मंचासीन रहे. सेवानिवृत मेजर जनरल रानू सिंह राठौड़ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. कार्यक्रम में महानगर कार्यवाह मनोहर सिंह ने अतिथियों का परिचय करवाया.


सह सरकार्यवाह ने कहा कि जो दूसरों को देता है, वह देवता कहलाता है और जो अपने लिए रखता है, वह राक्षस कहलाता है. दुनिया का सबसे प्राचीन देश भारत पूरे विश्व को विचार और आचरण देने का कार्य करता है. उन्होंने कहा कि अपनी रक्षा करने के लिए हिन्दू समाज को संगठित होना होगा. वर्तमान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की 75000 शाखाएं चलती है. वर्ष में 365 दिन एक ही स्थान यानी शाखा पर आकर संघ के स्वयंसेवक राष्ट्र निर्माण हेतु प्रतिबद्ध होते हैं. आने वाले एक वर्ष में कार्य का विस्तार होगा और 100000 (१ लाख) गांव तक संघ शाखा को पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.


मुख्य अतिथि सेवानिवृत मेजर जनरल रानू सिंह राठौड़ ने कहा कि देश पर किसी भी विपदा के समय में सेना ही अग्रणी भूमिका में होती है. सेना का जवान सिर्फ राष्ट्र की सुरक्षा के लिए प्राणों का उत्सर्ग कर देता है. ऐसा वो इसलिए कर पाता है क्योंकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे कार्यकर्ता उनके परिवार का सहारा होते हैं. आज का यह आयोजन भव्य है. संघ के कार्यक्रमों से युवाओं को मार्गदर्शन मिलता है. ऐसे आयोजन से सुसंस्कृत नागरिक बनाने में संघ अहम भूमिका निभाने का कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमें किसी भी सूरत में अभिमान नहीं करना है, लेकिन स्वाभिमान के साथ जीना है. हमारे लिए राष्ट्र ही सर्वोपरि है. भारत को विकसित बनाना है, सुरक्षित रखना है. एकजुटता के साथ काम करना है. भारत को हर क्षेत्र में समृद्धशाली बनाने का दायित्व सभी नागरिकों का है.