उत्तर प्रदेश को
स्वच्छ प्रदेश बनाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने विगत 6 वर्ष में कई महत्वपूर्ण
कदम उठाए हैं। स्वच्छता अभियान के साथ-साथ योगी सरकार ने इस अभियान को जनभागीदारी
से भी जोड़ा है। इसी क्रम में अब प्रदेश सरकार ने एक और रचनात्मक पहल की है। स्वच्छ
भारत मिशन (शहरी) के अंतर्गत #स्वच्छता_परमो_धर्म ‘स्वच्छ रील प्रतियोगिता-2023’ की शुरुआत की गई
है। इसके तहत प्रदेश के नागरिकों से स्वच्छता पर आधारित रील्स साझा करने की अपील
की गई है।
15 अप्रैल तक लोग अपनी रील्स मेल या वाट्सएप पर भेज सकते हैं। सर्वश्रेष्ठ 3 प्रतिभागियों को प्रदेश सरकार ‘स्वच्छता वारियर’ का पुरस्कार प्रदान करेगी। इन तीनों रील्स को सरकार के प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर साझा किया जाएगा। वहीं टॉप 10 में शुमार शेष लोगों को भागीदारी का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय निकाय) की निदेशक नेहा शर्मा ने बताया कि रील्स की थीम गारबेज फ्री सिटी (जीएफसी) के तहत परिभाषित किसी एक विषय पर होनी चाहिए। साथ ही रील की सेटिंग उत्तर प्रदेश अर्बन होनी चाहिए। एंट्री जमा करने की आखिरी तारीख 15 अप्रैल, 2023 है। परिणामों की घोषणा 10 मई, 2023 को की जाएगी।
इन विषयों पर बना सकते हैं रील-
•स्वच्छता
बायो-डिग्रेडेबल वेस्ट मैनेजमेंट (बीडब्ल्यूएम)
• प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन (पीडब्ल्यूएम)
• ग्रे जल प्रबंधन (जी डब्ल्यू एम )
• मल कीचड़ प्रबंधन (एफएसएम)
• व्यवहार परिवर्तन
• स्वच्छ सर्वेक्षण 2023