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पंच परिवर्तन से समाज परिवर्तन की ओर बढ़ें गांव – निंबाराम जी

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पंच परिवर्तन से समाज परिवर्तन की ओर बढ़ें गांव – निंबाराम जी

  • - समिति ने गांव में सर्वसमाज के सहयोग और परस्पर सहकार से पिछले कई वर्षों में ग्राम विकास के लिए अभिनव कार्य किए हैं
  • - गांव में शिक्षा, संस्कार, स्वावलंबन, सहयोग, स्वच्छता, कुटुंब प्रबोधन, जैविक कृषि, गो-पालन, गो-संवर्धन, मंदिर निर्माण, सार्वजनिक अध्ययन केंद्र आदि अनेक उत्कृष्ट कार्य किए

डूंगरपुर, चित्तौड़। जिले के सिलोही गांव में स्वामी विवेकानंद ग्राम विकास समिति द्वारा भगवान श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर में ग्रामोत्सव का आयोजन हुआ। समिति ने गांव में सर्वसमाज के सहयोग और परस्पर सहकार से पिछले कई वर्षों में ग्राम विकास के लिए अभिनव कार्य किए हैं। गांव में शिक्षा, संस्कार, स्वावलंबन, सहयोग, स्वच्छता, कुटुंब प्रबोधन, जैविक कृषि, गो-पालन, गो-संवर्धन, मंदिर निर्माण, सार्वजनिक अध्ययन केंद्र आदि अनेक उत्कृष्ट कार्य किए। परिणामस्वरूप गांव सिलोही आस-पास के गांवों के लिए दर्शनीय और अनुकरणीय बना हुआ है।

गांव की धार्मिक, युवा, मातृ, सज्जन तथा संघ शक्ति द्वारा सप्त संपदा यथा भू संपदा, जल संपदा, वन, गौ, जीव, ऊर्जा तथा जन संपदा के संरक्षण के क्षेत्र में भी कार्य किए हैं। उक्त समस्त कार्यों को स्वानुशासन से नियमित, विधिवत और नियोजित रूप से करने वाले गांवों को संघ की भाषा में प्रभात ग्राम कहा जाता है। ऐसे प्रभात गांवों की संख्या प्रांत चित्तौड़ में सिलोही सहित 31 है। सिलोही के इस ग्रामोत्सव में क्षेत्र प्रचारक निंबाराम जी का मार्गदर्शन मिला। गांव वासियों ने अतिथियों का स्वागत स्थानीय शहनाई और वाद्य यंत्रों से किया। तत्पश्चात ग्राम विकास समिति की बैठक का आयोजन किया गया। शाम को सर्वसमाज द्वारा समरसता भोज का आयोजन किया गया। रात्रि में गांव की मातृशक्ति ने पारंपरिक गीतों और सेरा नृत्य के साथ अतिथियों का स्वागत किया।

कार्यक्रम में गांव के वाडिलो युवाओं ने होली पर किए जाने वाले गैर नृत्य और जनजाति समाज के बंधुओं ने पारंपरिक गैर नृत्य का प्रस्तुतीकरण किया। इस अवसर पर मेरा गांव मेरा तीर्थ की अवधारणा को अपनाते हुए प्रारंभ से लेकर अब तक किए कार्यों का प्रतिवेदन दिनेश जी ने प्रस्तुत किया। प्रतिवेदन में जैविक कृषि, लगभग 70 फीसदी घरों में गौ पालन, हर घर तुलसी, स्वच्छता, वृक्षारोपण, गांव को प्लास्टिक मुक्त करना, भित्ति लेखन, सुरक्षा को लेकर गांव में कैमरे लगाना और स्थानीय उद्योग आदि विविध क्षेत्रों में किए कार्यों को प्रस्तुत किया। साथ ही आगामी कार्य योजना भी प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में आगंतुक मेहमानों को लघु फिल्म द्वारा प्रारंभ से अब तक की ग्राम विकास यात्रा के साथ ग्राम दर्शन कराया गया।

क्षेत्र प्रचारक निंबाराम ने पंच परिवर्तन से समाज परिवर्तन की अवधारणा को अपनाकर कार्य करने पर बल दिया। उन्होंने सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, स्वदेशी, पर्यावरण, नागरिक शिष्टाचार आदि विषयों को आचरण में लाने हेतु आग्रह किया। जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी के जीवन मूल्य और मेरा गांव मेरा तीर्थ के बोध को समाज में जगाने हेतु प्रेरित किया।

कार्यक्रम के अतिथि कथावाचक कमलेश भाई शास्त्री ने आभार प्रकट करते हुए समाज परिवर्तन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका को समाज के सामने प्रस्तुत करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा तीन नीतियों राजनीति, धर्मनीति, लोकनीति के माध्यम से ही राष्ट्र का विकास होगा। कार्यक्रम में संपूर्ण गांव सहित आसपास के अनेक समाज जन ने भाग लिया।