आज जब दुनिया के कई हिस्से जल संकट का सामना कर रहे हैं, वहीं सरकारें जल संरक्षण को लेकर तरह-तरह की योजनाएं लेकर आ रही है, जागरुक लोग अलग-अलग उपाय कर रहे हैं। वर्षा जल संचयन यानि वॉटर हार्वेस्टिंग, पौधारोपण समेत कई अभियान चलाए जा रहे हैं।
वहीं जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए नोएडा प्राधिकरण की ओर से सराहनीय पहल शुरू की जा रही है। पानी के दुरुपयोग को रोकने के लिए नोएडा में अब करीब एक लाख आवंटियों के यहाँ वॉटर मीटर लगाए जा रहे हैं, ताकि जो जितना पानी प्रयोग करे वह उतना ही बिल भुगतान करें। अब तक भूखंड एरिया के हिसाब से पानी सप्लाई का शुल्क वसूला जाता था। जल संचयन और भुगतान की दृष्टि ये नई पहल सराहनीय मानी जा रही है।
वहीं जल बचत के लिए लोगों को उत्साहित करने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने ऑफर का दिया है, जिसके अनुसार जो पानी खर्च में बचत करेगा, उसे बिल में छूट भी दी जाएगी। प्राधिकरण अधिकारियों की मानें तो फिक्स चार्ज के बाद प्रति यूनिट के हिसाब से पानी का बिल जमा करना होगा। प्रति माह पानी फ्री देने का प्रविधान भी शामिल किया जा रहा है। ज्यादा उपयोग करने आवंटी को बिल देना होगा। यदि आवंटी पानी बचत करता है तो बिल में छूट का प्रविधान भी लागू होगा।
इसके लिए नोएडा प्राधिकरण की टीम दिल्ली के टैरिफ प्लान का अध्ययन कर रही है। साथ ही ऑनलाइन बिलिंग के लिए एप पर भी काम चल रहा है।
वहीं पायलट प्रोजेक्ट के तहत नोएडा में 5 हजार आवंटियों के यहाँ वॉटर मीटर लगाया जा चुके हैं। 2 हजार वॉटर मीटर ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में लगाए गए हैं, जबकि 3 हजार वॉटर मीटर आवासीय सेक्टरों, संस्थागत भूखंडों पर लगाए गए है। जल्द ही नोएडा में एक लाख मीटर लगाने की काम पूरा हो जाएगा।
इसके अतिरिक्त भूजल संरक्षण को लेकर भी प्राधिकरण काफी गंभीर दिखाई पड़ रहा है। प्राधिकरण के द्वारा करीब 12 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई गई है, जहाँ भूजल को दोहन होगा। इस शोधित जल लाइन से सीधे कनेक्शन देकर न केवल पार्कों और ग्रीन बेल्ट की सिंचाई होगी, अपितु औद्योगिक इकाइयों की जल जरूरतें भी ट्रीटेड वॉटर से पूरी की जा सकेंगी।