उत्तर प्रदेश विकास के साथ-साथ देश की जीडीपी में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। विकसित भारत बनाने की दिशा में तेजी से पग बढ़ा रहा है।
वर्तमान में प्रदेश को न केवल सांस्कृतिक पहचान मिल रही है, विकास के नए-नए द्वार खुल रहे हैं। अपितु कई क्षेत्रों में प्रदेश नए कीर्तिमान रच रहा है।
हाल में प्रदेश ने एथनॉल और शीरा उत्पादन में रिकॉर्ड बनाया है और देशभर में उत्तर प्रदेश गन्ना, चीनी उत्पादन के साथ-साथ एथनॉल और शीरा उत्पदान में भी प्रथम स्थान पर है। ये जानकारी खुद गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने दी है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में प्रतिवर्ष केवल 42 करोड़ लीटर एथनॉल का उत्पादन होता था, जबकि आज यह बढ़कर 180 करोड़ लीटर हो गया है। इससे तेल आयात पर निर्भरता कम हुई है। बीते 8 वर्षों में चीनी उद्योग में 6,924 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। प्रदेश की कुल जीडीपी में गन्ने का योगदान 4.19% और गन्ना-चीनी का संयुक्त योगदान 8.45% है।
शाहजहाँपुर में गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने गन्ना शोध परिषद स्थित श्रोतृशाला में प्रदेश की सहकारी गन्ना समितियों के अध्यक्षों एवं चीनी मिल समितियों के उपाध्यक्षों के साथ बैठक की। जिसमें गन्ना एवं चीनी उद्योग से जुड़ी नीतियों, निवेश, किसानों के भुगतान तथा समितियों के आधुनिकीकरण पर विस्तार से चर्चा हुई।
मंत्री जी ने बैठक में बताया कि पिछले 8 वर्षों में किसानों को गन्ना मूल्या का 2,89,445 करोड़ रुपये भुगतान किया गया है, जो पिछले 22 वर्षों के 2,13,520 करोड़ रुपये भुगतान से 75,925 करोड़ रुपये अधिक है।