नई दिल्ली ।
- विहिप ने मांग की कि अब भारतीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) शीघ्र बनना चाहिए। जो भी भारत के अधिकृत नागरिक नहीं हैं, उनके राशन कार्ड, आधार कार्ड या वोटर कार्ड की गहन जांच होनी चाहिए और उनको रद्द करके इन लोगों को भारत से निष्कासित करना चाहिए। आगामी जनगणना के साथ-साथ एनआरसी भी बन जाए और स्लीपर सेल्स को तत्काल प्रभाव से भारत से बाहर निकाल दिया जाए।
- डॉ. जैन ने कहा कि दुर्भाग्य से कुछ लोग ऐसे षड्यंत्र करने वालों को रोते-धोते दिखाकर उनके प्रति संवेदना निर्माण करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि राष्ट्र विरोधियों के षड्यंत्र कई दशकों से चल रहे हैं। जिहादी-सेकुलर ताकतों के अपवित्र गठजोड़ भी उनकी सहायता करते रहे हैं। अब, जबकि इनका पर्दाफाश हो गया है, ये संवेदना के नहीं, भारत से निष्कासन के पात्र हैं।
विश्व हिन्दू परिषद ने भारत में नागरिकता रजिस्टर बनाने की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ कर पाकिस्तानी नागरिकों के साथ उनके स्लीपर सेल्स को भी सीमा पार खदेड़ने की मांग की। विहिप के केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेन्द्र जैन ने कहा कि पहलगाम में कट्टरपंथी आतंकवादियों द्वारा हिन्दुओं के निर्मम नरसंहार के बाद केंद्र सरकार ने जो कठोर कदम उठाए हैं, उनके कारण कई तथ्य उजागर हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में ऐसी महिलाएं सामने आई हैं, जिनके शौहर पाकिस्तानी हैं और वहीं के पासपोर्टधारी हैं। लेकिन, महिलाएं वर्षों बाद भी भारत की नागरिक हैं। कुछ मामलों में तो बच्चे भी भारत के ही नागरिक हैं। ये सब लोग भारत में मिल रही सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं। इसी के चलते पाकिस्तान से सहानुभूति के वीडियो भी सामने आ रहे हैं, ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारों पर हिंसक हो जाते हैं। स्लीपर सेल्स हैं, जिन्हें अविलंब सीमा पार खदेड़ा जाना आवश्यक है।
विहिप ने मांग की कि अब भारतीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) शीघ्र बनना चाहिए। जो भी भारत के अधिकृत नागरिक नहीं हैं, उनके राशन कार्ड, आधार कार्ड या वोटर कार्ड की गहन जांच होनी चाहिए और उनको रद्द करके इन लोगों को भारत से निष्कासित करना चाहिए। आगामी जनगणना के साथ-साथ एनआरसी भी बन जाए और स्लीपर सेल्स को तत्काल प्रभाव से भारत से बाहर निकाल दिया जाए।
डॉ. जैन ने कहा कि दुर्भाग्य से कुछ लोग ऐसे षड्यंत्र करने वालों को रोते-धोते दिखाकर उनके प्रति संवेदना निर्माण करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि राष्ट्र विरोधियों के षड्यंत्र कई दशकों से चल रहे हैं। जिहादी-सेकुलर ताकतों के अपवित्र गठजोड़ भी उनकी सहायता करते रहे हैं। अब, जबकि इनका पर्दाफाश हो गया है, ये संवेदना के नहीं, भारत से निष्कासन के पात्र हैं।