देहरादून, उत्तराखण्ड
भारत-चीन सीमा पर BRO ने चमोली जिले की सुमना-लपथल सीमा चौकी से टोपीडुंगा तक सड़क कटिंग का काम पूरा कर लिया है।
भारत और चीन की सीमा पर देश की सुरक्षा के लिए कई बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण कदम है बीआरओ यानी कि Border Roads Organisation द्वारा बनाई गई सड़क, जिसका नाम है सुमना-लाप्थल-टोपीडुंगा सड़क जो अब पूरी तरह तैयार हो गई है। जी हां यह सड़क उत्तराखण्ड के चमोली जिले के ऊँचे और कठिन इलाकों में बनाई गई है, जहाँ काम करना बेहद कठिन था।
जानकारी के अनुसार भारत-चीन सीमा पर सुरक्षा के लिए बीआरओ ने एक बड़ी सड़क परियोजना पूरी कर ली है। इस परियोजना के माध्यम से सुमना से लाप्थल होते हुए टोपीडुंगा तक लगभग 70 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई गई है। यह सड़क समुद्र तल से करीब 17,000 फीट की ऊंचाई पर तैयार की गई है, जहां बर्फीली हवाएं और कठिन मौसम में कार्य करना बहुत चुनौतीपूर्ण था। प्रोजेक्ट शिवालिक के अंतर्गत इस सड़क का निर्माण किया गया है।
कर्नल अंकुर महाजन ने बताया कि अब इसका डामरीकरण जल्द ही किया जाएगा, जिसके बाद इस पर वाहन आसानी से चल सकेंगे। वही इस सड़क के बनने से न केवल सीमा सुरक्षा मजबूत हुई है, बल्कि यहां के स्थानीय गांवों के लोगों के लिए भी राहत मिली है। अब इन क्षेत्रों में पर्यटन, व्यापार और रोजगार की नई संभावनाएं बढ़ेंगी। पहले यहां आने के लिए लोगों को इनर लाइन परमिट लेना पड़ता था, और रास्ता पैदल ही था। अब सड़क बनने से यह क्षेत्र बाकी उत्तराखण्ड से बेहतर जुड़ गया है।
 
                                
                                
                                
                             
                             
                             
                             
                                


