इंदौर। विश्व हिन्दू परिषद के विधि प्रकोष्ठ (लीगल सेल) के चौथे अधिवेशन का उद्घाटन विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार, केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल तथा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की उपस्थिति में हुआ। उद्घाटन सत्र में परम पूज्य श्री जितेंद्रानंद सरस्वती जी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ।
अधिवेशन के विभिन्न सत्रों में विधि प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक एवं सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता डॉ. अभिषेक अत्रे जी, विधि प्रकोष्ठ के संरक्षक एवं राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश वी. एस. कोकजे जी, विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेन्द्र जैन मार्गदर्शन करेंगे।
क्षेत्र संयोजक अधिवक्ता राजेश तिवारी, प्रांत संयोजक अनिल नायडू ने बताया कि विश्व हिन्दू परिषद के विधि प्रकोष्ठ का गठन वर्ष 2020 में हुआ। प्रकोष्ठ का प्रधान उद्देश्य हिन्दू समाज के संरक्षण एवं हितों से जुड़े विषयों को माननीय न्यायालयों के समक्ष दक्षता से रखना एवं ऐसे विषयों के संबंध में जनजागृति फैलाना है।
प्रकोष्ठ अवैध धर्मांतरण, लव जिहाद, गौ रक्षा, हेट स्पीच, मंदिर मुक्ति, सरकारी भूमि में अवैध कब्जा, वक्फ एक्ट के दुरुपयोग जैसे विषयों से जुड़े हजारों मामलों में हिन्दू समाज का पक्ष रख चुका है। प्रकोष्ठ ‘जहां कोर्ट वहां प्रकोष्ठ’ के विचार के साथ सर्वोच्च न्यायालय से लेकर तहसील न्यायालयों की सक्षम टीम बनाने में सफल रहा है जो हिन्दुत्व से जुड़े हर विषय को न्यायालय के सामने ले जा रहा है।
विधि प्रकोष्ठ की बैठक में 2 दिनों तक हिन्दू समाज के सामने आ रही चुनौतियों, समाज के विरुद्ध किए जा रहे षड्यंत्र एवं इसके उपायों पर गहन चर्चा होगी।
अधिवेशन के समापन सत्र में सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति विनीत शरण मुख्य अतिथि रहेंगे।