देहरादून
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार देहरादून जिले का चिल्हाड गांव चर्चा का केंद्र बना हुआ है। जी हां यहां रहने वाले मदियाईक परिवार ने अपनी अनोखी परंपरा और एकजुटता से मतदान का नया रिकॉर्ड बनाया है। जानकारी के अनुसार यहां चार पीढ़ियों के 40 सदस्यों ने एक साथ मतदान केंद्र पहुंचकर लोकतंत्र के महापर्व में अपनी भागीदारी निभाई। जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर में संयुक्त परिवार की परंपरा का यह अनूठा उदाहरण है, जहां 95 सदस्यों वाला यह परिवार आज भी एक छत के नीचे प्रेम और सौहार्द के साथ रह रहा है। बताते चले की परिवार के सबसे बुजुर्ग सदस्य और मुखिया 98 वर्षीय मदिराम बिजल्वाण ने अपने पुत्रों, पोत्रों और प्रपौत्रों के साथ मतदान कर न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों की मिसाल पेश की, बल्कि युवा पीढ़ी को मतदान के महत्व का संदेश भी दिया। जीवन के 90 से अधिक बसंत देख चुके बिजल्वाण जी ने मतदान केंद्र पर अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि हर नागरिक का वोट लोकतंत्र को मजबूत बनाने का आधार है।