भारत अब विश्व गुरु बनने की दिशा में मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। इसी का परिणाम है कि भारी संख्या में विदेशी छात्र अब भारत के विश्वविद्यालयों में ज्ञान की प्राप्ति करने भारत आ रहे हैं। भारतीय विश्वविद्यालयों के प्रति विदेशी छात्रों में बढ़ रही लोकप्रियता का अनुमान आप इस बात से लगा सकते हैं कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में पहली बार एक शैक्षणिक सत्र में 30 देशों के 312 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है।
इसके साथ ही अब विश्वविद्यालय में 49 देशों के कुल विदेशी छात्रों की संख्या 734 पहुंच गई है। आपको बता दे कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में नेपाल, श्रीलंका, म्यामार, बांग्लादेश, भूटान जैसे देशों के छात्र-छात्राएं यहां रहकर अध्ययन करते हैं। ऐसा पहली बार है जब काशी हिन्दू विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों का आंकड़ा एक सत्र में तीन सौ के पार पहुंच गया है।
नए छात्रों में 172 स्नातक कार्यक्रम, 112 स्नातकोत्तर, 16 ने पीएचडी पाठ्यक्रमों और 12 ने डिप्लोमा कोर्सेस में प्रवेश लिया है। विदेशी छात्रों में काशी विश्वविद्यालय के प्रति बढ़ती लोकप्रियता के बारे में कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन बताते हैं कि विदेशी छात्रों के लिए बेहतर सुविधाओं की उपलब्धता के साथ ही उनको दी जाने वाली छात्रवृत्ति से भी विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली है। स्पष्ट है कि उपभोक्तावादी समाज में पले बढ़े विदेशी छात्र भी अब भारतीय ज्ञान परम्परा को सीखना चाहते हैं।
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BHU: बीएचयू में पढ़ने के लिए विदेशी छात्रों का बढ़ा रूझान, 30 देशों से 312 ने लिया एडमिशन
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