मेरठ. कट्टरपंथी युवक ने बीच सड़क पर भीड़ के सामने अपनी बहन की गला दबाकर हत्या कर दी. अमरीशा का कसूर सिर्फ इतना था कि वह हिन्दू युवक से प्यार करती थी और कट्टरपंथी भाई उसे काफिर बताकर विरोध कर रहा था. सबके सामने लड़की की हत्या की जाती रही, लेकिन लोग वीडियो बनाते रहे, और उसे बचाने की हिम्मत कोई नहीं जुटा सका. पुलिस ने हत्यारे भाई हसीन को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के अनुसार, अमरीशा मेरठ में थाना इंचौली क्षेत्र के शेखूगांव की रहने वाली थी. मुस्लिम परिवार में पैदा हुई अमरीशा पास के गांव के मोहित नामक युवक से प्यार करती थी. मोहित की बहन की शादी अमरीशा के गांव में हुई है, जिसकी वजह से युवक वहां आता-जाता था और अमरीशा से दोस्ती हो गई थी. दोनों शादी करके घर बसाना चाहते थे.
हिन्दू युवक से बहन अमरीशा के प्रेम सम्बंधों की जानकारी होने से कट्टरपंथी भाई हसीन नाराज था. उसने अमरीशा के घर से बाहर झांकने तक पर प्रतिबंध लगा दिया था. हसीन किसी भी सूरत में बहन का रिश्ता मोहित के साथ स्वीकारने को तैयार नहीं था, तो दूसरी ओर अमरीशा भाई के हिंसक विरोध के बाद भी अपने फैसले पर अड़ी थी. नाराज हसीन ने अमरीशा को जमकर पीटा. पीटते हुए खींचकर सड़क पर ले आया और सबके सामने उसका गला दबाने लगा.
अमरीशा की चीख-पुकार सुनकर वहां लोग जमा हो गए, लेकिन हसीन नहीं माना. वह सबके सामने बहन का गला दबाता रहा और चीखता रहा कि हिन्दू लड़के से प्यार करके बहन उसकी इज्जत खा गई. लोग घटना का वीडियो बनाते रहे, लेकिन हसीन को रोकने की कोई हिम्मत नहीं जुटा सका. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और अमरीशा के हत्यारे भाई हसीन को गिरफ्तार कर लिया. जांच में पता लगा कि अमरीशा 8 भाई बहन में सबसे छोटी थी और शादीशुदा हसीन सबसे बड़ा. हसीन इलेक्ट्रीशियन है और उन्मादी प्रवृत्ति का माना जाता है. पुलिस ने हसीन के खिलाफ बहन अमरीशा की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है. इंचौली थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि अमरीशा हत्याकांड में पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है.