नौ साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता के लिए स्पष्ट संदेश देकर आह्वान किया था. सभी क्षेत्रों के नागरिकों ने इसका स्वागत किया और सक्रियता दिखाते हुए स्वच्छ भारत के लिए उत्साह भी दिखाया. परिणामस्वरूप, हर किसी की जुबान पर स्वच्छ भारत मिशन एक घरेलू नाम की तरह बन गया. मन की बात के 105वें एपिसोड में प्रधानमंत्री ने 01 अक्तूबर को प्रातः 10 बजे सभी नागरिकों द्वारा सामूहिक रूप से स्वच्छता के लिए 1 घंटे के श्रमदान का आह्वान किया है, जो गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर उन्हें ‘स्वच्छांजलि’ होगी.
स्वच्छता ही सेवा अभियान पर प्रधानमंत्री ने कहा, “01 अक्तूबर यानी रविवार को प्रातः 10 बजे स्वच्छता पर एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है. आप भी समय निकालकर स्वच्छता से जुड़ें और अभियान में सहयोग करें. आप भी अपनी गली, आस-पड़ोस… किसी पार्क, नदी, झील या किसी अन्य सार्वजनिक स्थान पर स्वच्छता अभियान में शामिल हो सकते हैं”.
अपने आस-पड़ोस से लेकर रेलवे ट्रैक तक, धार्मिक स्थानों से लेकर राजमार्गों तक, सार्वजनिक स्थानों से लेकर घरों तक, अब कचरा मुक्त भारत का समय है. हर स्थानीय शहरी निकाय और ग्राम पंचायत सफाई अभियान के लिए जगह का चयन करेगी. ये सभी स्थल एक मानचित्र पर उपलब्ध होंगे, जिन्हें सभी नागरिक स्वच्छता ही सेवा – सिटिजन पोर्टल https://swachhatahiseva.com/ पर उपलब्ध विकल्पों के माध्यम से देख और चुन पाएंगे. NGO/ RWA और निजी संगठन आदि जो सफाई कार्यक्रम आयोजित करने के इच्छुक हों, वे भी इसी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर पाएंगे. अनुमति मिलने के बाद नए इवेंट क्रिएट कर पाएंगे. गतिविधि के समापन के बाद इवेंट क्रिएट करने वाले संगठनों को कार्यक्रम में हुई भागीदारी और उसके मुख्य अंश आदि का विवरण देना होगा.
सफाई अभियान स्थल पर ही लोग अपने फोटो क्लिक कर पोर्टल पर अपलोड कर सकेंगे. इसके अलावा उन्हें आधिकारिक हैशटैग – #SwachhBharat, #SwachhataHiSeva और @SwachhBharatGov, @swachhbharat इत्यादि के साथ सोशल मीडिया पर साझा कर सकेंगे. स्वच्छता ही सेवा पोर्टल पर नागरिकों और इन्फ्लूएंसर्स को पखवाड़े से जुड़ने और स्वच्छता दूत बनने का निमंत्रण देने का भी प्रावधान है.
स्वच्छ भारत मिशन में 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता पखवाड़ा- स्वच्छता ही सेवा 2023 का आयोजन किया जा रहा है. पखवाड़े में पुरानी इमारतों की मरम्मत से लेकर जल-निकायों की सफाई, घाटों की सफाई से लेकर दीवारों को रंगने, नुक्कड़ नाटक, रंगोली प्रतियोगिताओं जैसे सभी काम हो रहे हैं. अब तक स्वच्छता ही सेवा अभियान से 5 करोड़ से भी अधिक नागरिक जुड़ चुके हैं.#