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बांदा के कालिंजर दुर्ग में मिलीं दसवीं शताब्दी की मूर्तियां, सहेजने में जुटा पुरातत्व विभाग

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बांदा जिले में ऐतिहासिक कालिंजर दुर्ग के कोटि तीर्थ सरोवर की दीवार से ऐतिहासिक धरोहर मिली है। शिवलिंग, गणेश, भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी समेत अनेक देवी-देवताओं की प्राचीन मूर्तियां मलबे से निकली हैं। पुरातत्व विभाग मूर्तियों की सफाई कराकर इन्हें सहेजने में जुटा है। मूर्तियां व पत्थरों पर बनीं कलाकृतियां नवीं और दसवीं शताब्दी की हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कालिंजर दुर्ग में कई छोटे-बड़े सरोवर और तालाब हैं। उन्हीं में से एक कोटि तीर्थ सरोवर है। इस सरोवर के आसपास बड़ी-बड़ी प्राचीन दीवारें हैं। हाल ही में तालाब के उत्तरी दिशा में पत्थर महल मस्जिद के तरफ की दीवार कमजोर होने के कारण ढह गई। दीवार का मलबा कोटि तीर्थ सरोवर में गिर गया। दुर्ग की देखरेख करने वाले पुरातत्व विभाग के अफसरों ने मलबा हटाना शुरू किया तो उसमें प्राचीन मूर्तियां और कलाकृतियां निकल आईं। कुछ पत्थरों पर देवी-देवताओं की नक्काशी है। इसमें भगवान विष्णु, गणेश, लक्ष्मी जी, पार्वती जी की प्रसन्न मुद्रा वाली भी मूर्तियां हैं। शिवलिंग को छोड़कर अधिकतर मूर्तियां खंडित हैं।